कैथल : एचटेट परीक्षा के दूसरे दिन भी कुछ सेंटरों में परीक्षार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लिटल फ्लावर स्कूल में बनाए गए केंद्र में परीक्षा 35 मिनट देरी से शुरूहुई। इससे परीक्षार्थियों को मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि जिन परीक्षार्थियों की परीक्षा देरी से शुरु हुई उन्हें अतिरिक्त समय दे दिया गया था। रविवार का प्रात कालीन सत्र में एचटेट लेवल वन की परीक्षा थी। लिटल फ्लावर स्कूल में बनाए गए परीक्षा केंद्र में सभी परीक्षार्थी समय पर पहुंच गए। परीक्षार्थियों को सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद ही केंद्र में जाने दिया गया। परीक्षा साढ़े दस बजे शुरु होनी थी लेकिन काफी देर तक भी परीक्षार्थियों को पेपर नही बांटे गए। इंतजार करते करते आधे घंटे से ज्यादा का समय गुजर गया। दरअसल केंद्र में भेजी गई पेपरों की सीरिज पहले बताई गई सीरिज से मेल नही हो रही थी। जिस कारण पेपर लेट हुआ। आनन फानन में जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से दूसरी सीरिज के पेपर लाए गए। इसके बाद 35 मिनट की देरी से 11 बजकर पांच मिनट पर परीक्षा शुरु हो पाई। डीडीए रोहताश ने कहा कि पेपरों की सीरिज मेल न होने के कारण परीक्षा कुछ देरी से शुरु हुई। परीक्षा जितनी देरी से शुरु हुई परीक्षार्थियों को उतना ही अतिरिक्त समय दे दिया गया था।
आदेशों का हुआ उल्लंघन-
परीक्षा केंद्रों पर 200 मीटर की परिधि में धारा 144 लागू की गई थी। पांच या इससे अधिक व्यक्तियों के एक साथ ग्रुप में खड़ा होने पर रोक लगाई गई। लेकिन यहां धारा 144 का जमकर उल्लंघन हुआ। परीक्षा केंद्रों के मुख्य गेटों के पास परीक्षार्थियों के साथ आए लोगों को हजूम लगा रहा। यह नजारा अधिकतर परीक्षा केंद्रों के बाहर देखने को मिला। परीक्षा के दौरान जिलाधीश के निर्देश थे कि केंद्र के पास फोटो स्टेट की कोई दुकान खुली नही रहेगी। लेकिन कई परीक्षा केंद्र ऐसे भी थे जहां पर फोटो स्टेट की दुकाने दोनो ही दिन खुली रही। लेकिन इस ओर किसी अधिकारी ने ध्यान नही दिया।
सामान जमा कराने में परेशानी-
कुछ परीक्षार्थी अपने साथ कीमती सामान लिए हुए थे। जिसे जमा करवाने में परीक्षार्थियों को काफी परेशानी हुई। क्योंकि जमा करवाए गए सामान के गुम होने आदि की स्थिति में किसी कर्मचारी अधिकारी की कोई जिम्मेवारी नही थी। जबकि नियमों के तहत परीक्षार्थी केंद्र में अपने साथ पेन, रोल नंबर व एक पहचान पत्र ही ले जा सकते थे। इसके अतिरिक्त पर्स, पैसे, घंड़ी, मोबाइल आदि को अंदर ले जान की कोई अनुमति नही थी। परीक्षार्थी पर्स, पैसे, महंगे मोबाइल, घड़ी आदि जमा करवाने के लिए काफी असंमजस्य की स्थिति में दिखे। कुछ परीक्षार्थियों ने तो सामान अपने साथ आए जानकारों को दे दिया जबकि ज्यादातर को परेशानी का सामना करना पड़ा।
दादा-दादी ने संभाले बच्चे-
एचटेट में कुछ परीक्षार्थी ऐसी भी थी जो बच्चों को साथ लेकर परीक्षा देने पहुंची। लेकिन बच्चों को अंदर ले जाने की अनुमति नही थी। इसलिए बच्चों को परीक्षा केंद्र के बाहर दादा-दादी बच्चों को लिए नजर आए। कुछ छोटे बच्चे भूख के कारण बार बार रो रहे थे। छोटे बच्चे के साथ पुत्रवधू की परीक्षा दिलवाने पहुंचे सतबीर, राजकुमार, कमला आदि ने बताया कि पुत्रवधू काफी समय से एचटेट की तैयारी कर रही थी। जब तक बच्चे की मां परीक्षा देकर बाहर आएगी बच्चों को उन्हें ही संभालना पड़ेगा। बच्चे परेशान तो करते है लेकिन पुत्रवधू परीक्षा पास हो जाए तो सारी परेशानी भूल जाएंगे।
जाम की बनी स्थित-
रविवार को लगभग 12 हजार परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। हजारों परीक्षार्थी अपने वाहन लेकर परीक्षा देने आए थे। जिस कारण परीक्षा समाप्त होने के बाद शहर में जाम की स्थिति बन गई। शाम का समय होने के कारण पुलिस को जाम खुलवाने के लिए काफी मशक्त का सामना करना पड़ा। कई जगहों पर परीक्षार्थियों को वाहन खड़ा करने के लिए भी परेशानी हुई। जिससे परीक्षा केंद्रों के पास सड़क के दोनो और वाहनों की लंबी कतारे लग गई। dj07:39pm
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