जींद : एचटेट लेवल तीन का पेपर लीक होने के मामले में शनिवार को
पुलिस के हत्थे चढ़े तीन में से दो आरोपी नेट क्वालीफाई व साधन संपन्न हैं।
जबकि तीसरा अभी रोजगार की तलाश में है। नेट क्वालीफाई दो आरोपियों में एक
सेवानिवृत्त कैप्टन का इकलौता बेटा है, जबकि दूसरा नेशनल सर्वे एजेंसी में
सुपरिंटेंडेंट के पद पर कार्यरत है। इससे पेपर लीक मामले के तार उच्च स्तर
तक जुड़े होने की संभावनाएं प्रबल हो
गई हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार दिल्ली के चांदपुर निवासी रवि ने नरवाना
निवासी रघुबीर के पास व्हाट्सअप से आंसर- की भेजी थी। रघुबीर न केवल एमएससी
नेट क्वालीफाई है, बल्कि नेशनल सर्वे एजेंसी में सुपरिंटेंडेंट के पद पर
भी कार्यरत बताया जा रहा है। रघुबीर व रवि के बीच बिचौलिये की भूमिका
निभाने वाला मुनित भी इसी विभाग में क्लर्क के पद पर कार्यरत है। रघुबीर व
अमित से पूछताछ के बार शहर के एक परीक्षा केंद्र से गिरफ्तार किया गया
उचाना निवासी संदीप सेवानिवृत्त कैप्टन की इकलौती संतान है। एमएससी मैथ नेट
क्वालीफाई संदीप का उचाना में कोचिंग सेंटर बताया जाता है। रघुबीर के साथ
गाड़ी से गिरफ्तार हुआ अमित पढ़ा-लिखा तो है, लेकिन फिलहाल रोजगार की तलाश
में है।
रात को घर से उठा लिया बेटा
अदालत में आरोपियों की पेशी के दौरान
कोर्ट परिसर में मौजूद संदीप के पिता ने कहा कि इकलौते बेटे की गिरफ्तारी
से परिवार पर लगे दाग से मेरा सब कुछ बर्बाद हो गया। जिंदगी भर में कमाई गई
इज्जत मिट्टी में मिल गई। शनिवार को मै किसी काम से करनाल गया हुआ था तथा
रात करीब सात बजे जींद पहुंचा। कई बार प्रयास करने पर संदीप के दोस्त ने
फोन उठाया। जींद पहुंचने के बाद मामले का पता चला। यह सब कैसे और क्यों
हुआ, कुछ भी समझ नहीं पा रहा हूं । वहीं एसपी कार्यालय में मौजूद मुनित की
वृद्ध मां ने कहा कि मेरा बेटा तो सरकारी नौकरी करता है, रात को पुलिस उसे
घर से उठा लाई। मुङो व मेरे बेटे को तो यहां आने के बाद ही मामले का पता
चला है।
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