रोहतक : नकल माफिया के गढ़ के नाम से कुख्यात क्षेत्र में एचटेट परीक्षा के
दौरान कड़ी सुरक्षा के बीच एक बार फिर आंसर-की का ‘जिन्न’ बोतल से बाहर आ
गया। आंसर-की के जिन्न ने मंडल के तीन जिलों रोहतक, झज्जर और सोनीपत में
अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। पुलिस ने कई संदिग्धों को हिरासत में भी लिया,
लेकिन आंसर-की के उत्तर प्रश्नपत्र से मिलान नहीं होने का दावा करती रही।
सवाल यह उठता है कि जब यह आंसर-की फर्जी है, तो कड़ी सुरक्षा के बीच यह
परीक्षा केंद्रों तक कैसे और क्यों पहुंची? इसके पीछे किसी बड़ी साजिश की
बू आ रही है। नकल माफिया के साये के चलते टीजीटी पात्रता परीक्षा कड़ी
सुरक्षा और सख्ती के बीच संपन्न हुई। केंद्रों में प्रवेश के लिए
परीक्षार्थियों को सघन चेकिंग से गुजरना पड़ा।
चबाने की कोशिश :
टीजीटी
पात्रता परीक्षा के प्रथम सत्र में पुलिस ने आइसी कॉलेज से दो संदिग्धों को
हिरासत में लिया। पुलिस के काबू करते ही संदिग्धों ने आंसर-की मुंह में
लेकर चबाने की कोशिश की, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उनसे आंसर-की छीन ली।
पुलिस दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर थाने चली गई और पूछताछ शुरू कर
दी। इसके बाद वैश्य कॉलेज के बाहर से भी पुलिस ने चेकिंग के दौरान दो
संदिग्धों को हिरासत में लिया। पुलिस ने इनसे भी गहन पूछताछ की। दूसरे सत्र
की परीक्षा से पूर्व चेकिंग के दौरान पुलिस ने दिल्ली रोड स्थित जाट कॉलेज
से एक संदिग्ध को हिरासत में लिया। आरोपी ने पहले भागने की कोशिश की और
फिर कथित आंसर-की चबाने के लिए मुंह में डालने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने
इससे पहले ही उससे आंसर-की छीन ली।
पहले दिया धक्का, फिर बोला जाने दो..
नहीं देना पेपर :
जाट कॉलेज पर तलाशी के दौरान एक संदिग्ध की जेब से कुछ
कागज निकले जो नीचे गिर गए। पुलिस के एक जवान ने जब कागजों को उठाना चाहा
तो उसने झपटकर कागज को उठाया और उसे चबाने का प्रयास किया तभी एक पुलिस
कर्मी ने उसका हाथ पकड़ लिया और कागज को छीनने का प्रयास किया। युवक ने
पुलिस कर्मी को धक्का देकर भागने का प्रयास किया, लेकिन गेट पर खड़े पुलिस
कर्मी ने दरवाजा बंद कर दिया और उसे पकड़ लिया तभी अन्य पुलिस कर्मी भी
सतर्क हो गए और उसे पकड़ लिया। उसके हाथ से मिली पर्ची में प्रश्नों के
उत्तर लिखे हुए थे। पकड़ा गया युवक चिल्लाता रहा कि मुङो जाने दो, मुङो
पेपर नहीं देना, बस मुङो जाने दो, लेकिन पुलिस कर्मियों ने उसकी एक न सुनी
और पकड़कर बिठा लिया। पुलिसकर्मियों ने इसकी सूचना पीजीआइ पुलिस को दी।
190
प्रश्नों की फर्जी उत्तरतालिका :
सिविल लाइन पुलिस की हिरासत में मौजूद
संदिग्ध आरोपी से बरामद आंसर-की में 90 प्रश्नों के उत्तर बताए गए हैं।
पुलिस उससे गहन पूछताछ और पड़ताल में जुटी है। हालांकि आरोपी से बरामद
आंसर-की फर्जी बताई गई है।
पुलिस ने बोर्ड से इसकी पुष्टि कराने का दावा
किया है। वहीं, पुलिस सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने आरोपी पर धोखाधड़ी का
केस दर्ज करने की तैयारी कर ली है। हालांकि पुलिस अभी इसकी आधिकारिक
पुष्टि नहीं कर रही है। थाना सिविल लाइन के एसएचओ संदीप कुमार ने बताया कि
संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी। उनके पास से आंसर-की बरामद
की गई थी, लेकिन वह फर्जी निकली है। एक आरोपी से अभी पूछताछ जारी है। अपराध
साबित होने पर उसके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। फिलहाल एफआइआर दर्ज नहीं
की गई है।
पूरा प्रदेश होगा जांच के दायरे में : अनिल राव
हिसार रेंज के आइजी
अनिल राव ने एसपी कार्यालय में पत्रकार वार्ता में कहा कि एचटेट लेवल तीन
पेपर लीक मामला भले ही जींद में उजागर हुआ हो, परंतु जरूरत के अनुसार पूरे
प्रदेश में मामले की जांच की जाएगी। डीएसपी सिटी दिनेश यादव के नेतृत्व में
एसआइटी का गठन किया जा चुका है। एसआइटी में रेंज स्तर के अधिकारियों को
शामिल किया गया है, ताकि अंतिम सूत्रधार तक पहुंचकर उसे सलाखों के पीछे
भेजा जा सके। मामले में शामिल पाए जाने वाले किसी भी शख्स को बख्सा नहीं
जाएंगा। चाहे आरोपी सरकारी कर्मचारी या अधिकारी ही क्यों न हो। मामले के
तार रोहतक से जुड़े होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है।
हम अंतिम कड़ी तक पहुंचेगे तथा जांच में सामने आने वाले तथ्यों से समय-समय
पर अवगत करवाया जाता रहेगा। तीन आरोपी तीन दिन के पुलिस रिमांड पर है तथा
तीन अन्य को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से पूछताछ में कुछ नए नाम
सामने आए हैं, परंतु तथ्यों की जांच से पहले कुछ भी कहना ठीक नहीं है। dj
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