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Saturday, 21 November 2015

क्या संयोग है एचटेट का फर्जी सर्टिफिकेट व् प्रशनपत्र लीक प्रकरण

** दोनों ही मामलों के आरोपी एक ही गांव के रहने वाले 
** लेवल-3 की परीक्षा का फैसला जांच पूरी होने के बाद
भिवानी : पात्रता परीक्षा लेवल-3 का प्रश्नपत्र जिला ट्रेजरी से लेकर परीक्षा केंद्र तक ही लीक हुआ था। अब शिक्षा बोर्ड प्रशासन इस जांच पर पैनी नजर रख रहा है और लेवल-3 की परीक्षा के भविष्य पर विचार इस जांच के पूरा होने के बाद ही किया जाएगा। जांच में यदि बोर्ड के किसी कर्मचारी की मिलीभगत उजागर होती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यहां संयोग ही कहें या फिर पात्रता परीक्षा के फर्जी सर्टिफिकेट प्रकरण व प्रश्न पत्र लिक प्रकरण में फंसे दोनों ही आरोपी सोनीपत जिले के तिहाड़ गांव के ही रहने वाले हैं। यदि बोर्ड प्रशासन ने इस एंगल से भी विचार किया तो एक बड़े रैकेट का खुलासा हो सकता है। एक महिला ने 2011 में हरियाणा पात्रता परीक्षा दी थी और उसमें फेल हो गई थी। लेकिन फेल होने के बावजूद उसका फर्जी सर्टिफिकेट बनवा दिया गया था। चौंकाने वाली बात तो यह थी कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के रिकार्ड में भी छेड़छाड़ की गई और पात्रता परीक्षा के रिजल्ट सीट भी गायब कर दी गई थी। यह मामला शिक्षा बोर्ड के सचिव पंकज कुमार की पकड़ में आ गया और उन्होंने इस मामले में 11 सितंबर 2015 को सिविल लाइन पुलिस थाने में एफआइआर दर्ज करवा दी। इस मामले में आरोपी महिला को गिरफ्तार किया जा चुका, जबकि सर्टिफिकेट बनवाने में अहम भूमिका निभाने वाला अभी गिरफ्तार नहीं हो पाया है। इस मामले में सबसे बड़ा सवाल खड़ा यह हो गया है कि शिक्षा बोर्ड की कड़ी सुरक्षा में रखे गए 2011 की पात्रता परीक्षा के रिकार्ड तक भी बाहरी लोग कैसे पहुंच गए। रिजल्ट सीट कैसे गायब कर दी गई। इसमें कोई शक नहीं है कि बोर्ड के ही किसी न किसी कर्मचारी की मिलीभगत के बगैर यह संभव नहीं है। अभी यह मामला शांत नहीं हुआ था और 14 नवंबर को पात्रता परीक्षा के लेवल -3 का प्रश्न पत्र भी लीक हो गया और पुलिस की पकड़ में आया आरोपी भी उसी गांव का है, जिस गांव की महिला फर्जी सर्टिफिकेट प्रकरण में गिरफ्तार हो चुकी है। हालांकि यह केवल संयोग मात्र है या फिर इन दोनों मामलों के कोई आपस में तार जुड़े हुए हैं, इन तमाम पहलुओं का खुलासा तो जांच में ही हो सकता है। उधर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव पंकज कुमार ने कहा कि वे इस मामले की जांच पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। अब लेवल-3 की नए सिरे से परीक्षा का फैसला भी जांच के तमाम ¨बदुओं का विश्लेषण करने के बाद ही लिया जाएगा। देखना यह है कि आखिर बोर्ड में कमजोर कड़ी कौन है।                                                                  dj 

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