रोहतक : प्रदेश सरकार की ओर से सरकारी कर्मचारियों के धरना-प्रदर्शन व हड़ताल पर रोक लगाने के निर्णय पर हरियाणा कर्मचारी महासंघ ने कड़ी आपति जताते हुए प्रदेशभर में आंदोलन की घोषणा की है। महासंघ ने रविवार को कहा कि 25 नवंबर को अंबाला कमीशनरी व 2 दिसंबर को रोहतक कमीशनरी में विशाल रोष प्रदर्शन होगा।
आॅल हरियाणा पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल यूनियन कार्यालय में महासंघ की बैठक के बाद महासचिव वीरेंद्र सिंह धनखड़ ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने सरकार के फैसले को तुगलकी बताते हुए कहा कि कर्मचारी आंदोलन को दबाया नहीं जा सकता। सरकार परिवहन, बिजली, जनस्वास्थ्य, शिक्षा जैसे विभागों का निजीकरण करके तालाबंदी करना चाहती है। सरकार अपना एक भी चुनावी वादा पूरा करने के बजाय विभागों को बंद करके कर्मचारियों का रोजगार छीनने पर तुली है। कर्मचारी नेता ने कहा कि हरियाणा में मुख्यमंत्री, मंत्री व विधायक पंजाब के मुख्यमंत्री व मंत्रियों से काफी ज्यादा वेतन ले रहे हैं। इसके विपरीत हरियाणा का कर्मचारी पंजाब के कर्मचारी से काफी कम वेतन ले रहा है, जबकि दोनों राज्यों की राजधानी, सिविल सचिवालय, हाईकोर्ट, रहन-सहन समान है, इसके बावजूद सरकार की नीतियों के कारण कर्मचारी दयनीय स्थिति जीने को मजबूर है।
आज वित्त मंत्री के साथ होगी महासंघ की बैठक
महासंघ के महासचिव धनख्ाड़ ने कहा कि सोमवार को वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के साथ महासंघ के प्रतिनिधिमंडल की बैठक होगी जिसमें सरकार की अोर से आंदोलन पर रोक लगाने के आदेश व गत दिवस मंत्रिमंडल की मीटिंग में परिवहन विभाग को निजी हाथों में सौंपने का पुरजोर विरोध दर्ज कराया जाएगा। इसके अलावा अन्य विभागों में निजीकरण व ठेकाकरण की नीति को रद्द करने की मांग की जाएगी। यदि सरकार ऐसा नहीं करती तो कर्मचारियों के एक निर्णायक व बड़े आन्दोलन का सामना करने के लिए तैयार रहे। dt
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