जींद : हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा (एचटेट) लेवल-3 (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर) के पेपर लीक मामले में पुलिस ने सोनीपत के गांव बंदेपुर निवासी राजेश कासा जींद के पिंडारा निवासी संजीत को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि पीजीटी के पेपर की आंसर-की देने के लिए सोनीपत के गांव फतेहपुर निवासी प्रवीण दहिया ने सौदेबाजी कराई थी। पेमेंट देने के लिए उसने राजेश कासा के सेंटर का एड्रेस दिया था। पुलिस ने प्रवीण के मोबाइल की डिटेल्स खंगाली तो पता चला कि उसने फोन का सिम संजीत की आईडी पर लिया हुआ है।
पुलिस के मुताबिक प्रवीण ने आंसर-की संजीत को भी मोबाइल पर भी भेजी थी। संजीत उसे जानता है। इस पर पुलिस ने संजीत को गिरफ्तार कर मंगलवार को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जमानत मिल गई। वहीं, राजेश को एक दिन के रिमांड पर भेजा गया है। मामले में अब तक 8 गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं, पुलिस प्रवीण दहिया की तलाश में छापेमारी कर रही है।
उसका मानना है कि प्रवीण पूरे मामले का राज खोल सकता है। अब तक सामने आया कि मामले के सोनीपत जिले से ज्यादा तार जुड़े हैं। पुलिस बुधवार को रिमांड पर लिए गए सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश करेगी।
इधर,रेवाड़ी में पति ने खुद तैयार करके दी थी पत्नी को आंसर-की
एचटेटलेवल-2 पेपर के दौरान सवालों के उत्तर लिखे कागज के साथ पकड़ी गई महिला मंजीत के पति नवीन को पुलिस ने सोमवार देर रात गिरफ्तार किया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि मंजीत के पास से जो आंसर-की मिली थी, वह पैसों में खरीदी नहीं गई, बल्कि उसके पति नवीन ने पुराने एग्जाम पेपरों की आंसर-की उठाकर खुद ही तैयार की थी। नवीन और उसकी पत्नी मंजीत दोनों ही मंगलवार को कोर्ट में पेश हुए और दोनों को जमानत दे दी गई है।
पेमेंट के लिए पीएचडी राजेश के सेंटर का दिया था एड्रेस
पूछताछ में राजेश कासा ने बताया कि वह पीएचडी है। उसने चौटाला सरकार के दौरान एचसीएस की परीक्षा भी पास की थी। मगर इंटरव्यू में रह गया। उसके बाद से वह सोनीपत में भी टीचिंग सेंटर चलाता है। प्रवीण दहिया अपने क्लाइंटों को उसके सेंटर का एड्रेस दे देता था। मगर उसे तब पता चला, जब उसके सेंटर पर लोग पैसे मांगने पहुंचे। वहीं, संजीत नायब तहसीलदार का बेटा है। उसकी मां गांव की निवर्तमान सरपंच है। db
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