अंबाला शहर : कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में रविवार को पंचकूला व
अंबाला में हुई आर्ट एंड क्राफ्ट टीचरों की परीक्षा मजाक बनकर रह गई।
अंग्रेजी में प्रश्नपत्र थमा दिए जाने से परीक्षार्थियों की परेशानी बढ़ गई
क्योंकि उनके लिये आवश्यक शैक्षणिक योग्यता मात्र 12वीं है।
परीक्षार्थियों से 100 प्रश्न पूछे गए, जिनमें से मात्र तीन हंिदूी में थे
क्योंकि इन्हें अंग्रेजी में नहीं पूछा जा सकता था। अन्य 97 प्रश्न
अंग्रेजी में ही दिए गए। वहीं, आधे से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा देने ही
नहीं पहुंचे।
परीक्षा के लिए जिले में 24 केंद्र बनाए गए थे जिनमें 6514
परीक्षार्थियों द्वारा परीक्षा देने का इंतजाम किया गया था। किंतु परीक्षा
देने के लिए मात्र 2945 परीक्षार्थी ही पहुंचे। पीकेआर स्कूल में 250-250
परीक्षार्थियों के परीक्षा देने का प्रबंध था लेकिन एक केंद्र में केवल 69
और दूसरे में 103 परीक्षार्थी ही परीक्षा देने पहुंचे। इनमें से भी अधिकतर
ने हंिदूी माध्यम से परीक्षा देने का विकल्प चुना था लेकिन सभी को अंग्रेजी
माध्यम वाले प्रश्नपत्र दे दिए गए। इंद्री के दिनेश शर्मा, कुरुक्षेत्र के
राजेंद्र सिंह, पलवल के अजीत सिंह, नारनौल के उत्तम कुमार, सोनीपत की मंजू
सिंह, कैथल से नरेश कुमार सहित अनेक परीक्षार्थियों ने बताया कि उन्हें
प्रश्नपत्र समझ ही नहीं आया। उन्हें अंग्रेजी में प्रश्न समझ ही नहीं आए।
इसी प्रकार एक प्रश्न को दो बार पूछा जाना जैसी अनेक गलतियां थी जिनके चलते
यह परीक्षा मजाक बनकर रह गई। इसलिए परीक्षा को रद करके दोबारा ली जानी
चाहिए। डीईओ जिले सिंह अत्री ने बताया कि प्रश्नपत्र के अंग्रेजी में आने
की जानकारी आला अधिकारियों को दे दी गई है। जल्दबाजी में इस पर कोई निर्णय
नहीं लिया जा सकता।
प्रश्नपत्र बनाने वालों को नहीं पता प्रदेश में कितने जिले
प्रश्नपत्र में प्रश्न नंबर 59 में प्रदेश में जिलों की संख्या पूछी गई
जिसमें चार विकल्प दिए गए हैं। पहला विकल्प 19, दूसरा 25, तीसरा 28 और
चौथा 32 दिया गया था। इनमें से कोई भी विकल्प ठीक नहीं था। इसके बाद तो
आयोग ने हद कर दी। प्रश्न के उत्तर को ठीक करने का प्रयास किया गया और
प्रश्नपत्र के बाहर ही पर्ची लगाकर लिखा गया है कि चार नंबर विकल्प में 32
की जगह 22 समझा जाए। इसके बावजूद भी यह गलत है क्योंकि प्रदेश में 21 जिले
हैं। dj
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