चंडीगढ़ : प्रदेश सरकार ने पोस्ट ग्रेजुएट शिक्षकों की तबादला सूची जारी
होने के बाद उठे बवाल को शांत करने का रास्ता निकाला है। सरकार ने तबादले
से नाराज शिक्षकों को एक और मौका देने का फैसला लिया गया है। इन शिक्षकों
को तबादले के अगले चरण में दूसरा अवसर दिया जाएगा। सबसे अधिक नाराजगी उन
774 शिक्षकों में है, जिनकी एमआइएस पोर्टल में प्रोफाइल पूरा नहीं किया था।
इसके बाद भी उनका तबादला कर दिया गया।
शिक्षा विभाग ने नई अध्यापक
स्थानांतरण नीति-2016 के तहत सभी अध्यापकों से बार-बार एमआइएस पोर्टल में
प्रोफाइल पूरा करने के लिए कहा था। साथ ही, अपनी इच्छा का जोन व स्कूल भरने
के लिए भी कहा गया था। अधिकतर अध्यापकों ने अपनी प्रोफाइल पूरा नहीं किया
था, लेकिन 774 पीजीटी ने न तो प्रोफाइल पूरा किया और न ही तबादले के विकल्प
दिए। ऐसे में डिजिटल मोड के माध्यम से स्थानांतरण प्रक्रिया पूरी नहीं हो
सकती थी, जबकि अन्य सभी अध्यापक स्थानांतरण का बेसब्री से इंतजार कर रहे
थे। इसी कारण विकल्प न भरने वाले अध्यापकों को उनके नजदीकी यथासंभव जोन व
स्कूल में तबादला कर दिया गया। हालांकि प्रोफाइल पूरा न करने वाले कुछ
शिक्षकों को नजदीकी स्कूल नहीं दिया जा सका। पोस्टिंग के बिना ऑन रोड होने
से बचाने और भविष्य में स्थानांतरण व पदोन्नति जैसे भावी फैसलों को देखते
हुए इन शिक्षकों को उपलब्ध खाली स्टेशन अलॉट किए गए हैं।
‘सुगम संपर्क’ पर
नया लिंक
स्कूल शिक्षा विभाग ने अपने वेब पोर्टल ‘सुगम सम्पर्क’ पर
‘ग्रीवेंसिज फॉर ट्रांसफर्स-2016‘ नामक एक लिंक शुरू किया है, शिक्षक
संबंधित शिकायतें ऑनलाइन दर्ज करा सकें। असंतुष्ट शिक्षक नए नियुक्ति स्थल
पर कार्यभार संभालने के उपरांत स्थानांतरण आदेश जारी होने के 15 दिनों के
भीतर सक्षम प्राधिकारी को ऑनलाइन प्रतिवेदन दे सकते हैं। असंतुष्ट शिक्षकों
को अपनी शिकायतें ऑनलाइल दर्ज करवाने की सुविधा देने और उन्हें कार्यालयों
के चक्कर काटने से बचाने के लिए यह लिंक जारी किया गया है। dj
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