** पदों को होल्ड करने, शिक्षा के मोलिक अधिकार के अनुसार शकूर वार पदों का आवंटन नहीं करने, गणित अंग्रेजी व हिंदी का साप्ताहिक पीरियड एससीईआरटी द्वारा तैयार करिकुलम के अनुसार न करने , गणित व विज्ञान ,अंग्रेजी व एसएस वर्कलोड को club करने के खिलाफ माननीय उच्च न्यायलय में डाली जाने वाली याचिका तैयार हो गई है
** कल इस रिट को माननीय उच्च न्यायालय में दायर कर दिया जाएगा
** विभिन्न विषय के वर्क लोड को club करने का हमें कोई नियम नहीं मिला । अर्थात विज्ञान व गणित, अंग्रेजी व ss का कार्यभार आपस में जोड़ कर रेशनेलाइजेशन करना उचित नहीं है। हम बार-बार दलील देते रहे हैं की विभिन्न विषयों का कार्यभार आपस में मिलाकर रेशनेलाइजेशन न हीं की जाए। संगठन हमेशा से हर स्कूल में हर विषय के अध्यापक की मांग करता है।
** संगठन बार-बार मांग करता रहा है की शिक्षा के मौलिक अधिकार को दृढता से लागू किया जाए । कक्षा का आकार 35 छात्रों से बड़ा किसी भी सूरत में ने किया जाए। क्योंकि शिक्षा का मौलिक अधिकार अधिनियम व हरियाणा सरकार के शिक्षा के मौलिक अधिकार के नियम यही कहते हैं। माननीय मुख्यमंत्री भी इस बात का अनुमोदन कर चुके हैं फिर भी यह बात व्यवहार में लागू नहीं।
** नियमों में अध्यापक से प्रत्येक छात्र पर विशेष ध्यान देने तथा शिक्षक से tutor तरह कार्य करने की जिम्मेवारी लगाई गई है।
** यह कार्य कम सप्ताहिक पीरियड तथा कक्षा के बड़े आकार में संभव नहीं है।
** संगठन सभी सीनियर सेकेंडरी स्कूलों से विज्ञान के पद को होल्ड करने का शक्ति से विरोध कर चुका है तथा सभी मिडिल स्कूलों में गणित के पद देने की मांग करता रहा है।
** हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन द्वारा रखी गई सभी मागे अधिनियम व नियम के दायरे में है।
** संगठन के पास विभाग की नीति का जो प्रस्ताव है और जिसे माननीय मुख्यमंत्री की अनुमति प्राप्त हो चुकी है ।उनके अनुसार शिक्षा के मौलिक अधिकार अधिनियम की दृढ़ता से पालना की जानी है। जिससे प्रत्येक स्कूल में प्रत्येक विषय के अध्यापकों के पदो की संख्या बढ़नी चाहिए थी
** लेकिन व्यवहार में ऐसा नहीं हुआ और हमारे को यही कहा जाता रहा की अध्यापक कम है और आवश्यकता अधिक है इसलिए पदों को होल्ड किया जा रहा है।
** संगठन चाहता है आवश्यकतानुसार सभी पदों को विभाग वित्त विभाग से स्वीकृत करवाई और सभी रिक्त पदों को शीघ्र भरे ।
** पदों का निर्धारण साप्ताहिक कार्यभार के अनुसार होता है ।लेकिन एससीईआरटी के द्वारा तैयार मानको से कम पीरियड देना नियमों की अवहेलना है। क्योंकि करिकुलम तैयार करने की वैधानिक जिम्मेवारी ,SCERT की है। यदि एससीईआरटी के मानदंडों के अनुसार गणित अंग्रेजी व हिंदी के साप्ताहिक पीरियड तय किए जाते हैं। तो विज्ञान अंग्रेजी ,गणित, ss , हिन्दी के पदों में बढ़ोतरी हो जाती है ।यह मांग एसोसिएशन बार-बार करती रही है ।।
** वर्तमान में विभाग ने जिस प्रकार से पदों को होल्ड किया है वह इस समस्या का समाधान नहीं है
** संगठन चाहता है कि शिक्षा का ढांचा मजबूत हो छात्रों व जनता को भी मिले तथा अध्यापकों को तबादले मे स्कूलो के चयन में पद होल्ड नाम की बाधा का सामना ना करना पड़े।
🙏🏻 रमेश मलिक प्रदेश अध्यक्ष हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन 🙏🏻
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