** टीजीटी एवं सीएंडवी के स्थानांतरण हेतु रेशनेलाइजेशन की जो लिस्ट शिक्षा विभाग ने जारी की है उस पर गहरा असंतोष
** स्कूलों में से या तो विज्ञान अध्यापकों सरप्लस दिखाया गया है या फिर विज्ञान के पद को रिक्त नहीं दिखाया गया है।
** स्थानांतरण नीति की खामियों से करवाएंगे अवगत
फतेहाबाद : हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन ने टीजीटी एवं
सीएंडवी के स्थानांतरण हेतु रेशनेलाइजेशन की जो लिस्ट शिक्षा विभाग ने जारी
की है उस पर गहरा असंतोष प्रकट किया है तथा इसे आंकड़ों, नियम तथा नीति के
खिलाफ करार दिया है। एसोसिएशन के जिला प्रधान रामेश्वर मताना ने कहा कि
नीति के अनुसार जिस अध्यापक का अपने जोन में 5 साल से अधिक समय हो गया है
या फिर 5 साल से कम ठहराव वाले अध्यापक ने अपने स्थानांतरण के के लिए हां
किया है, उनके तबादले किए जाने हैं। लेकिन ऐसे बहुत से मामले सामने आए हैं,
जहां पर अध्यापक का ठहराव 5 साल से कम है और उस विषय का दूसरा अध्यापक
स्कूल में नहीं है, उसे सर प्लस दिखाया गया है। ऐसे भी मामले सामने आए हैं
जिनके जॉन संख्या 4 व 5 में 10 वर्ष से अधिक सेवा हो चुकी है ,उसके फिर से
इसी जोन में सथानांतरण के ऑप्शन खुल रहे, जो नीति के खिलाफ है। उन्होंने
आरोप लगाया कि कई अध्यापक का ठहराव एक ही स्कूल तथा उसी जोन में 10 वर्ष से
अधिक हो गया है, लेकिन उसके स्थान को रिक्त नहीं दिखाया गया है। नीति
अनुसार उस पद को रिक्त दिखाया जाना चाहिए था। सिंगल सेक्शन हाई स्कूलों में
भी गणित, हंिदूी ,विज्ञान के पदों को सरप्लस दिखाया गया है। अनेक ऐसे
मिडिल स्कूल हैं, जहां पर मानदंडों के अनुसार गणित व विज्ञान के पद होने
चाहिए। लेकिन उन स्कूलों में से या तो विज्ञान अध्यापकों सर प्लस दिखाया
गया है या फिर विज्ञान के पद को रिक्त नहीं दिखाया गया है। जिससे प्रदेश के
शिक्षकों में भारी रोष है । आंकड़ों व नीति को सही ढंग से लागू नहीं किया
जा रहा है। हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन के जिला प्रधान रामेश्वर मताना व्
राज्य सचिव रामकुमार ने कहा कि आज प्रदेश में लगभग 28500 टीजीटी व सीएंडवी
के अध्यापक कार्यरत हैं। विभागीय आंकड़ों के अनुसार इस श्रेणी के
अध्यापकों के 37560 पद स्वीकृत हैं।
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