कैथल : वर्ष 2016-17 शैक्षणिक सत्र के सात मास बीत गए हैं लेकिन राज्य के कक्षा एक से आठ के विद्यार्थियों को अभी तक वर्दी नसीब नहीं हो सकी है। सरकार द्वारा वर्दी राशि में ईजाफा करने के बाद विद्यार्थियों के चेहरों पर जो मुस्कान आई थी वह धीरे धीरे झुर्रियों में बदल रही है। पिछले कई वर्षों से सरकार कक्षा एक से आठ के प्रत्येक विद्यार्थी को प्रति वर्ष 400 रू. देती थी जिसमें उसे पैंट कमीज या सलवार कमीज, जूते, टाई, बेल्ट,जर्सी खरीदने के आदेश थे। इतनी कम राशि में ये सभी चीजें लेना आसान नहीं था इसलिए हमेशा वर्दी राशि में बढ़ोतरी की मांग की जाती थी। इस वर्ष जब सरकार ने वर्दी की राशि में बढोतरी की तो लगा कि अब उन्हें बढि़या वर्दी मिल जाएगी लेकिन अब अभिभावकों के सब्र का बांध टूटने लगा है क्योंकि सत्र समाप्ति की ओर है। राज्य में 10 हजार स्कूलों के करीब 6 लाख बच्चों को वर्दी नहीं मिली।
वर्दी राशि जल्द भेजें: बैनीवाल
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा के जिला कैथल प्रधान राजेश बैनीवाल, राज्य वरिष्ठ उपप्रधान जगजीत फौजी, संरक्षक रोशन लाल पंवार, महासचिव शमशेर कालिया, कोषाध्यक्ष अशोक वर्मा तथा प्रैस प्रवक्ता राकेश रत्न ने कहा कि सरकार घोषणाएं करके वाहवाही लूटने के चक्कर में विद्यार्थियों के हितों से लगातार खिलवाड़ कर रही है। आधे से ज्यादा सत्र बीतने के बाद भी वर्दी राशि न पहुंचना सरकार की विफलता है। सरकार डाटा ऑनलाइन करने के बहाने समय निकालकर इस सत्र की वर्दी तथा अन्य प्रोत्साहन राशियां न भेजने का प्रयास कर रही है। सरकार को स्कूलों में सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवानी चााहिएं।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस बारे में जब उप जिला शिक्षा अधिकारी शमशेर सिरोही से बात की गई तो उन्होंने माना कि नौनिहालों की वर्दी के पैसे अभी नहीं आए हैं। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों के छात्रों के बैंक खाते आधार कार्ड के साथ अटैच किए जा रहे हैं। यह कार्य अक्तूबर माह से अंत तक हो जाएगा। इसके बाद छात्रों के खातों में ही राशि आएगी।
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