कैथल : 2 फरवरी को देवबन कैंची पर चल रहे जाटों के धरने को संबोधित करने
पहुंचे जेबीटी टीचर सुरेश द्रविड़ बुरे फंस गए। जिला प्रशासन ने टीचर से
जवाब तलब किया है। डीसी संजय जून ने जिला शिक्षा अधिकारी की मार्फत उनसे
लिखित में स्पष्टीकरण तो मांगा ही है, साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच भी
शुरू करा दी गई है। द्रविड़ ने लिखित में अपना जवाब स्कूल मुखिया की मार्फत
प्रशासन को भेज दिया है। शिक्षक ने तर्क दिया कि आरक्षण के बारे में
उन्हें तकनीकी जानकारी है। स्कूल से छुट्टी लेकर वे धरने पर गए थे तो जाटों
ने उन्हें इस बारे में बोलने के लिए कहा। सुरेश द्रविड़ चीका की राजकीय
प्राथमिक पाठशाला में कार्यरत हैं।12 फरवरी को तहसीलदार विकास ने डीसी संजय
जून को धरने पर सुरेश द्रविड़ की मौजूदगी की रिपोर्ट दी थी। डीसी ने जिला
शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मांगी। जिला शिक्षा अधिकारी ने डिप्टी डीईओ,
डिप्टी डीईओ ने बीईओ गुहला और उन्होंने स्कूल के मुखिया गोपी चंद से
रिपोर्ट मांगी।
"शिक्षक सुरेद्र द्रविड़ से लिखित में जवाब मांगा गया था।
उन्होंने अपना जवाब दे दिया है। विभाग अपने अनुसार काम करेगा।"-- कैप्टन
शक्ति सिंह, एडीसी कैथल।
"शिक्षक सुरेश के जवाब को जिला शिक्षा अधिकारी
निर्मल तनेजा को भेज दिया है। आगामी कार्रवाई उच्चाधिकारी करेंगे।"-- प्रेम
सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी
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