चंडीगढ़ : सरकारी स्कूलों में इस साल कंप्यूटर शिक्षा की परीक्षा नहीं
होगी। शिक्षक भर्ती विवाद के कारण स्कूलों में एक दिन भी कंप्यूटर की पढ़ाई
न होने के कारण शिक्षा विभाग को यह कदम उठाना पड़ा है। प्रेक्टिकल और
थ्योरी का एक-एक पेपर होता है, जो इस बार नहीं लिया जाएगा।
पिछले साल
कंप्यूटर शिक्षकों की नई भर्ती की प्रक्रिया शुरू होते ही सभी 2600 पुराने
कंप्यूटर शिक्षक आंदोलन पर चले गए थे। उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा
दिया। इससे 31 मई से तीन फरवरी तक स्कूलों में कंप्यूटर लैब पर ताले लटके
रहे जिस कारण एक दिन भी पढ़ाई नहीं हुई। अब 15 फरवरी से स्कूलों में
वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। वहीं शुक्रवार को ही हाईकोर्ट का
निर्णय कंप्यूटर शिक्षकों के पक्ष में आया है और 31 मई तक अनुबंध अनुसार
उन्हें स्कूलों में ज्वाइनिंग के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे में शिक्षकों के
स्कूलों में जाकर छात्रों को पढ़ाने से कोई फायदा भी नहीं होने वाला।
हरियाणा कंप्यूटर टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष बलराम धीमान व
प्रवक्ता सुरेश नैन ने कहा कि विषय बेशक वैकल्पिक हो, लेकिन विद्यार्थियों
को इससे कंप्यूटर का ज्ञान मिलता था। उम्मीद है कि सरकार नियमित भर्ती होने
तक 31 मई के बाद भी नया अनुबंध कर उनकी सेवाएं जारी रखेगी। शनिवार को
चंडीगढ़ में सीएम मनोहर लाल से उनके निवास पर मुलाकात भी हुई है। एसोसिएशन
के पदाधिकारियों ने स्कूलों में दोबारा नियुक्ति के लिए सीएम का आभार
जताया।
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