शिक्षा विभाग की तरफ से सीमैट भवन में आज जिले के जेबीटी अध्यापकों की काउसंलिंग थी। विभाग की तरफ से डिप्टी डायरेक्टर राजेंद्र सांगवान यहां आए थे। सुबह १० बजे काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू हुई। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के पदाधिकारी प्रदेशाध्यक्ष वजीर सिंह के नेतृत्व में सीमैट भवन पहुंच गए। वहां उन्होंने रेशनेलाइजेशन प्रक्रिया पर नाराजगी जताई । उनका कहना था कि रेशनेलाइजेशन आरटीई के नियमों के खिलाफ है। इस बारे में विभाग अपने वादे से मुकर रहा है। पदाधिकारियों ने एक भी शिक्षक की काउसंलिंग नहीं होने दी। इसके बाद शिक्षक गेट के सामने धरना देकर बैठ गए। अध्यापकों को अंदर नहीं जाने दिया गया।
उधर अध्यापक संघ ने बुधवार को रेशनेलाइजेशन के विरोध में सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। इस दौरान जिला प्रधान सत्यवान शास्त्री ने अध्यापक नेताओं का नेतृत्व किया। शास्त्री ने कहा कि उनका यह विरोध आगे भी जारी रहेगा। अध्यापक संघ के प्रदेश प्रवक्ता जयवीर नाफरिया ने कहा कि शिक्षा विभाग रेशनेलाइजेशन शिक्षा अधिकार अधिनियम को ताक पर रखकर कर रहा है। वहीं विभाग आरटीई उल्लंघन के आरोप लगातार संगठनों पर लगाता आ रहा है। उन्होंने कहा कि प्राइमरी में आरटीई के अनुसार अनुसार अध्यापक छात्र अनुपात 1:30 होना चाहिए और यह छात्र संख्या 31 जुलाई के अनुसार हो। जब तक ऐसा नहीं किया जाएगा, तब तक अध्यापक संघ का रेशनेलाइजेशन का विरोध जारी रखेगा। इस मौके पर वरिष्ठ उपप्रधान शक्ति सिंह सिवाच, संजीव मंदौला, सुरेन्द्र सूरा, सत्यवान शास्त्री, विनोद परमार, सज्जन सांगा, जयप्रकाश मंदौली, हरीश गोच्छी, रामकुमार सराय, रूप कुमार आदि अध्यापक मौजूद थे।..DB
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