चंडीगढ़ : हाई पावर परचेज कमेटी की किताब प्रकाशन में पैसा बचाने की कवायद शिक्षा विभाग को भारी पड़ी। विभाग को इसके लिए 20 प्रतिशत तक अधिक दाम देने पड़ेंगे। सरकार ने किताबों के टेंडर नए सिरे से अब एनसीआर के प्रकाशकों को दिए हैं। इससे पहले समय पर किताबें नहीं मिलने के कारण टेंडर निरस्त करना पड़ा था। अब अफसर कह रहे हैं कि 20 दिन में ये किताबें मिल जाएंगी।
प्रकाशकों ने बढ़ा दिया छपाई का पैसा: जैसे ही स्थानीय प्रकाशकों को पता चला कि हरियाणा शिक्षा विभाग किताबों को लेकर मुश्किल में है, उन्होंने छपाई के दाम बढ़ा दिए। तर्क दिया गया कि बरसात की वजह से कागज के दाम ही 20 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने स्वीकार किया कि महंगे दाम पर टेंडर छोड़े गए हैं।
इसलिए करना पड़ा था टेंडर निरस्त: किताबों के लिए बोर्ड ने पिछले साल ही टेंडर दिए थे। मुंबई की जिस फर्म ने टेंडर लिया वह समय पर किताबें उपलब्ध नहीं करवा पाई। इसीलिए पिछले माह उसका टेंडर कैंसिल किया गया। अब जो काम 9 माह में नहीं हुआ विभाग उस काम को मात्र 20 दिन में करना चाहता है।
कमेटी बनाई : भुक्कल
शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल का दावा है कि बच्चों को अब समय पर ही किताबें मिलेंगी। इसके लिए एक कमेटी गठित की है। जो किताब के प्रकाशन पर नजर रखेगी। इतना ही नहीं सिलेबस की सीडी और प्रूफ चेकिंग का काम भी कमेटी करेगी। किताब अगले 20 दिन के भीतर उपलब्ध हो जाएंगी। हर कक्षा के लिए अलग-अलग प्रकाशक को टेंडर दिए गए हैं। db
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