सिरसा : इस साल दसवीं कक्षा के खराब नतीजों के बाद अब हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड एक और प्रयोग करने जा रहा है। सितंबर में होने वाली पहले सेमेस्टर की परीक्षा स्कूलों के ही हवाले कर दी गई है। अपने-अपने स्कूल में ही परीक्षा केंद्र बनेंगे, स्कूल मुखिया परीक्षा केंद्र इंचार्ज होंगे और उत्तरपुस्तिका की जांच भी स्कूल में ही शिक्षक जांच करेंगे। बोर्ड सिर्फ दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा लेगा। दोनों सेमेस्टरों के अंक जोड़कर नतीजे घोषित होंगे।
मार्च में होने वाले द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा में बोर्ड द्वारा ही परीक्षा केंद्र बनाएं जाएंगे। परीक्षा की तिथि, प्रश्न पत्र का वितरण, उत्तरपुस्तिका की जांच, परीक्षा केंद्र पर निगरानी, परिणाम घोषित करने की जिम्मेदारी बोर्ड की होगी। नए फेरबदल के बारे में सभी बोर्ड अधीक्षकों को सूचना भेजी गई है। प्रथम सेमेस्टर में स्कूलों द्वारा तैयार किया गया परिणाम शिक्षा बोर्ड को भेजा जाएगा। बोर्ड द्वारा तैयार किए गए द्वितीय सेमेस्टर के परिणाम व पहले सेमेस्टर के परिणाम को जोड़कर वार्षिक परिणाम घोषित किया जाएगा। ..db
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