**7 को रोहतक में 'शहीद' राजरानी को श्रद्धांजलि देकर बनाएंगे आंदोलन की अगली रणनीति
रोहतक में गुरुवार को अपनी मांगों को लेकर धरने के दौरान नारेबाजी करते हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ फतेहाबाद के सदस्य।
रोहतक :खुद को नियमित कराने की मांग पर अड़े प्रदेश भर के 16 हजार अतिथि अध्यापक आगामी 7 सितंबर को रोहतक में सरकार के खिलाफ रणनीति बनाएंगे। इस दौरान वे वर्ष 2008 के आंदोलन के दौरान शहीद हुई राजरानी को श्रद्धांजलि देंगे। फिर, प्रदेश कमेटी के सभी सदस्य 24 घंटे के लिए अनशन पर बैठेंगे।
हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अरुण मलिक ने बताया कि शुक्रवार को दोबारा से रोहतक में क्रमिक अनशन शुरू होगा। इसमें हर रोज एक जिले से अतिथि अध्यापक शामिल होंगे। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक वे सीएम सिटी को नहीं छोड़ेंगे।उन्होंने बताया कि 7 साल पहले सरकारी स्कूलों की साख बचाने के लिए अतिथि अध्यापकों की भर्ती की थी। नतीजे बेहतर रहे लेकिन नियमित नहीं किया गया। इसी वजह से संघर्ष करना पड़ रहा है।अतिथि अध्यापक राज्य में 32 बड़ी रैलियां कर चुके हैं, लेकिन हर बार सरकार आश्वासन देकर मामला टाल देती है।
आज शाम फिर से क्रमिक अनशन
दिनांक जिला
30 अगस्त करनाल
31 अगस्त कुरुक्षेत्र
1 सितंबर सिरसा
2 सितंबर रेवाड़ी
3 सितंबर कैथल
4 सितंबर भिवानी
5 सितंबर रोहतक व झज्जर
6 सितंबर जींद
7 सितंबर यमुनानगर
8 सितंबर सोनीपत
9 सितंबर गुडग़ांव
10 सितंबर पंचकूला
12 सितंबर पलवल
13 सितंबर पानीपत
14 सितंबर अम्बाला
15 सितंबर हिसार
16 सितंबर फरीदाबाद
17 सितंबर फतेहाबाद
18 सितंबर मेवात
फतेहाबाद जिले के प्रधान कप्तान आर्य ने बताया कि इस समय राज्य के 21 जिलों में करीब 16 हजार अतिथि अध्यापक हैं। रोहतक में 120, हिसार में 477, रेवाड़ी में 502, पलवल में 870, फरीदाबाद में 880, पंचकूला में 450, गुडग़ांव में 1020, करनाल में 660, मेवात में 1200, महेंद्रगढ़ में 450, झज्जर में 135, पानीपत में 517, सोनीपत में 580, कैथल में 1128, कुरुक्षेत्र में 687, अम्बाला में 722, यमुनानगर में 920, भिवानी में 860, सिरसा में 934, फतेहाबाद में 1224 और जींद जिले में 672 अतिथि अध्यापक हैं। ..db
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