अंबाला : प्रदेश सरकार व निजी कंपनी के बीच अनुबंध के आधार पर सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर लैब की देखरेख करने के लिए नियुक्त लैब अटेंडेंट पिछले 15 माह का वेतन नहीं मिला है। नतीजतन लैब अटेंडेंट नौकरी छोड़ने को मजबूर हो चुके हैं।
निजी कंपनी के माध्यम से जिले के हाईस्कूल व सीनियर सेकेंडरी में नियुक्त करीब 250 लैब अटेंडेंट वेतन न मिलने से तंग आ चुके हैं। कई स्कूलों के लैब अटेंडेंट ने तो नौकरी छोड़ दिया है। नौकरी छोड़ चुके परमवीर ने कहा कि इससे निराशाजनक बात और क्या हो सकती है कि इन कर्मचारियों को पिछले 15 माह का वेतन नहीं मिल पाया है। आर्थिक तंगी के कारण परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा है। कर्मचारी बिना वेतन ड्यूटी कर रहे हैं और कंपनी के रवैये से तंग आ चुके हैं। जिले में सरकार व निजी कंपनी के बीच अनुबंध के आधार पर हाईस्कूल व सीनियर सेकेंडरी स्कूल में लैब अटेंडेंट रखा गया था। वे लैब की देखभाल के साथ ऑफिस वर्क भी कर रहे हैं, लेकिन अप्रैल 2012 से इन कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। इस बारे में चंडीगढ़ में आला अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन वेतन देने के बारे में कोई उचित कार्रवाई नहीं हो पाई है। जिले में करीब 125 हाईस्कूल व 75 के करीब सीनियर सेकेंडरी स्कूल हैं, जिनमें लैब अटेंडेंट लगाए गए थे। इन कर्मियों से काम तो लिए गए पर वेतन नहीं दिए गए। ऐसे में कर्मचारियों ने शिक्षा विभाग से तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है।
कोर इंडिया नहीं दे पाई स्पष्ट जवाब
जिले के 122 स्कूलों में कंप्यूटर प्रोजेक्ट के लिए लैब अटेंडेंट कोर इंडिया लिमिटेड के अधीन कार्य कर रहे थे। लैब अटेंडेंटों को वेतन न मिलने के बारे में जब पंचकूला स्थित कोर इंडिया के कार्यालय में संपर्क साधा गया तो वहां कोई भी कर्मचारी स्पष्ट जवाब नहीं दे पाया। अहम पहलू यह भी रहा कि मुख्यालय में उच्च अधिकारी इस संबंध में बातचीत करने से कतराते रहे। ...djat 7;39pm
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