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Monday, 19 August 2013

रेशनेलाइजेशन के विरोध में पीटीआइ करेंगे प्रदेशस्तरीय टूर्नामेंट का बहिष्कार

पानीपत : पीटीआइ रेशनेलाइजेशन (वैज्ञानिकीकरण) के विरोध में प्रदेशस्तरीय टूर्नामेंट का बहिष्कार करेंगे । मौलिक शिक्षा निदेशालय ने रेशनेलाइजेशन का जो तरीका अपनाया है वो वैधानिक नहीं है। यह बात जीटी रोड स्थित आर्य वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में रविवार को रेशनेलाइजेशन के विरोध में आयोजित पीटीआइ संघ की प्रदेश स्तरीय बैठक में प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि नई रेशनेलाइजेशन नीति की वजह से 999 के स्ट्रेंथ वाले सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को पीटीआइ की सेवाएं नसीब नहीं होगी। डीपीई के भरोसे प्रतिभावान खिलाड़ियों को तैयार करना मुश्किल भरा कदम होगा। बीते 12 अगस्त को मौलिक शिक्षा निदेशक डी सुरेश से मुलाकात कर संघ के पदाधिकारियों ने उन्हें इस समस्या से अवगत कराया। मिडिल स्कूलों में अंडर 14 की टीम तैयार की जाती है। इन स्कूलों में पीटीआइ का पद जरूरी है। मिडिल स्कूलों में जहां 6-8 तक की कक्षाएं लगती है वहां से डीपीई को सीनियर सेकेंडरी में भेजा रहा है। डीपीई वेतन मिडिल स्कूल से लेगा लेकिन रेशनेलाइजेशन की नई पॉलिसी में उसे कक्षा 9-12 में वर्किंग करने के आदेश दिए गए। डीपीई के लिए समस्या खड़ी होगी कि वो किसकी बात माने। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि हरियाणा में ज्यादातर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में को-एजुकेशन है। इन स्कूलों में तीन टीम टीम बनती है। रेशनेलाइजेशन के बाद एक डीपीई इन टीमों को कैसे प्रशिक्षित करेगा। सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में एक डीपीई व एक पीटीआइ की तैनाती जरूरी है। रेशनेलाइजेशन के नए पैमाने में 300 की स्ट्रेंथ वाले स्कूलों से पीटीआइ को उठाकर 50 वाले विद्यालयों में भेजा रहा है।
सीएम से मिलेंगे संघ के पदाधिकारी 
प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह ने बताया कि रेशनेलाइजेशन से उपजी समस्या को लेकर मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से सोमवार को सुबह 8.00-8.30 बजे के बीच हरियाणा निवास दिल्ली में मुलाकात करने का समय मिला है। संघ के पदाधिकारी उनके नेतृत्व में मुलाकात कर रेशनेलाइजेशन समस्या के समाधान की मांग करेंगे। संघ की बात नहीं बनी तो प्रदेश स्तर पर आंदोलन जारी रहेगा।
पीटीआइ के 5112 पद 
सरकारी स्कूलों में पीटीआइ के 5112 पद हैं। 1587 पदों पर डीपीई कार्यरत हैं। शिक्षा विभाग के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश भर में 3744 पीटीआइ वर्किंग में है। 1368 पीटीआइ के पद रिक्त हैं। डीपीई के 509 पद स्कूलों में खाली पड़े हैं जबकि 1078 वर्किंग में हैं।  ..dj

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