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Tuesday, 11 February 2014

ये छात्र हित है या 'अहित'

फतेहाबाद : राज्य सरकार जहां प्रदेश को शिक्षा हब बनाने का सपना संजोकर शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी स्थान पाने के लिए प्रयास कर रही है, वहीं शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों को छात्रों की पढ़ाई की चिंता ही नहीं है। विभाग के उच्चाधिकारी छात्रों की पढ़ाई को दरकिनार कर धड़ल्ले से जेबीटी शिक्षकों की दूसरे जिलों में डेपुटेशन पर नियुक्ति कर रहे हैं। ज्ञात रहे जेबीटी शिक्षक का स्तर जिला कैडर का होता है। 
विभाग छात्र हित को ध्यान में रखकर जिले के अंदर ही जेबीटी शिक्षक का तबादला व डेपुटेशन कर सकता है। बावजूद इसके विभाग के उच्चाधिकारी शिक्षकों के हितों को तव्वजो देने के लिए छात्रों का भावी भविष्य दांव पर लगाकर शिक्षकों की डेपुटेशन जिले से बाहर कर रहे हैं। जिले के 7 जेबीटी शिक्षकों की विभाग द्वारा दूसरे जिलों में डेपुटेशन की गई हैं।
ये है जिले में अध्यापकों की हकीकत 
जिले में 394 प्राइमरी स्कूल हैं, जिनमें 53,360 बच्चे पढ़ते हैं। इनके लिए 2009 जेबीटी के पद स्वीकृत हैं। इनमें 1227 नियमित और 450 गेस्ट हैं तो 782 पद खाली हैं। इसके बावजूद जिला से बाहर टीचरों को भेज दिया गया है। अगर छात्र हित ही देखा जाता तो खाली पदों पर टीचर भेजे जा सकते थे।    
विभाग द्वारा अध्यापकों की डेपुटेशन छात्र हित को देख कर की जाती है। यदि विभाग को लगे की फलां अध्यापक की डेपुटेशन फलां जगह करने से बच्चों का फायदा होगा, तो विभाग उस अध्यापक की डेपुटेशन करता है। अन्यथा अध्यापकों की डेपुटेशन नहीं की जाती। परंतु विभाग छात्र हित को ताक पर रखकर शिक्षक हित को महत्व देते हुए जेबीटी शिक्षकों की जिले से बाहर डेपुटेशन पर नियुक्ति कर रहा है। 
कायदे से जिले के अंदर ही होती है डेपुटेशन
जेबीटी शिक्षक का स्तर जिला कैडर का होता है। इसलिए विभाग जेबीटी शिक्षकों की डेपुटेशन जिले के अंदर ही कर सकता है। संबंधित जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी अपने संबंधित जिले के जेबीटी शिक्षकों की डेपुटेशन पर नियुक्ति जिले के अंदर ही कर सकता है। जिले के बाहर डीईईओ शिक्षकों की डेपुटेशन नहीं कर सकता।
शिक्षा निदेशालय करता है दूसरे जिलों में डेपुटेशन
दूसरे जिलों में जेबीटी शिक्षकों की डेपुटेशन मौलिक शिक्षा विभाग निदेशालय द्वारा की जाती है। शिक्षक अपने फायदे के लिए चंडीगढ़ से अपनी डेपुटश्ेान मंजूर करवा लेते हैं। 
चार महीने के लिए की जा सकती है डेपुटेशन
नियमानुसार शिक्षकों की डेपुटेशन विभाग द्वारा केवल चार महीने के लिए ही की जाती है। चाहे डेपुटेशन डीईईओ द्वारा की गई हो या विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा, चाहे डेपुटेशन जिले के अंदर की गई हो, या जिले के बाहर की गई हो।                                                     dj

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