डबवाली (सिरसा)। हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग की लापरवाही के चलते 15 शिक्षकों की पदोन्नति का मामला लटक गया है। जिला शिक्षा अधिकारी भी स्थिति स्पष्ट नहीं कर पा रही हैं।
हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग चंडीगढ़ ने इसी माह 13 फरवरी को एक आदेश जारी करते हुए प्रदेश में 860 मिडल स्कूल हेड को पदोन्नत किया था। सिरसा के 62 मिडिल हेड हैं। अपने आदेशों में विभाग ने पदोन्नत प्राप्त सभी शिक्षकों को 25 फरवरी तक ज्वाइनिंग के लिए कहा था। 62 में से करीब 15 शिक्षकों की पदोन्नति का मामला लटक गया है।
वर्ष 2009 में आठवीं तथा दसवीं की वार्षिक परीक्षा के दौरान कुछ अध्यापकों की ड्यूटी लगी थी। इनमें से कुछ ड्यूटी पर नहीं पहुंचे तो हरियाणा स्कूल एजूकेशन विभाग के निदेशक ने जनवरी 2012 में उपरोक्त शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी की थी। फरवरी 2012 में अनुपस्थित शिक्षकों ने नोटिस का जवाब दिया। शिक्षकों ने खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से जिला शिक्षा अधिकारी को जवाब भेजा था। दो साल बीतने के बाद भी जवाब शिक्षा निदेशालय में नहीं पहुंचने से 15 शिक्षकों की पदोन्नति रुक गई।
जवाब देने के बाद भी नहीं हुई पदोन्नति
पदोन्नति आदेशों में डायरेक्टर ने सेक्शन सात और आठ का जिक्र करते हुए कहा कि आपराधिक मामलों में संलिप्त, ड्यूटी में कोताही बरतने वाले शिक्षकों को पदोन्नति दायरे से बाहर रखा है। डायरेक्टर के पास नोटिस का जवाब न पहुंचने से विभाग ने उपरोक्त शिक्षकों की फाइलों में उपरोक्त मामले को जोड़ दिया है। अध्यापक गुरदीप सिंह चट्ठा ने बताया कि उन्होंने नोटिस का जवाब दो साल पूर्व दिया था। बीईओ ने मामले को डीईओ कार्यालय में भेजा था। डीईओ कार्यालय की लापरवाही के कारण मामला लटक गया है।
शिक्षकों की पदोन्नति क्यों रुकी पता नहीं:
इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी कुमकुम ग्रोवर का कहना है कि विभाग ने जिले के 62 शिक्षकों को हाईस्कूल के हेड पर पदोन्नत किया है। इससमें से कुछ शिक्षकों की पदोन्नति रुक गई है। पदोन्नति क्यों रुकी इसके बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। उनका कहना था कि उच्च विभाग के अधिकारी ही इस बारे में स्थिति स्पष्ट कर सकते हैं। au
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