** सख्ती ; शिक्षा विभाग के नए आदेशों के अनुसार अब स्कूलों में बच्चों का खाना चूल्हे पर नहीं बल्कि गैस चूल्हे पर बनाना होगा अनिवार्य
** एक व्यंजन सप्ताह में दो बार भी नहीं बनाया जा सकता
राजकीय स्कूलों में विद्यार्थियों को दिया जाने वाला मिड डे मील (मध्याह्न भोजन योजन ) सिलेंडर पर पकाना जरूरी होगा। शिक्षा विभाग चूल्हे पर राशन पकाने वाले स्कूल इंचार्ज पर कार्रवाई करेगा। निदेशालय ने सभी स्कूलों से गैस सिलेंडर लेने के लिए वितरित की गई राशि की सूचना भी मांगी है। बता दें कि राजकीय स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक मिड डे मील पकाकर तैयार किया जाता है। जो प्रतिदिन अलग तरह के व्यंजन में दिया जाता है। स्कूल इंचार्ज की देखरेख में एक व्यंजन सप्ताह में दो बार से अधिक बार नहीं बनाया जाता है।
ये व्यंजन बनाए जाते हैं
मिड डे मील में विद्यार्थियों को विभाग सब्जियों का पुलाव, पौष्टिक खिचड़ी, दाल और चावल, कड़ी चावल, चावल और काला चना आलू के साथ, रोटी और मौसमी सब्जी व आटे की सेवियां पका दी जाती है। जो सिलेंडर पर ही कुक को तैयार करना है। इसके लिए विभाग ने राशन पकाने के लिए स्कूलों में सिलेंडर के लिए राशि वितरित की गई है। मगर विभाग को कई स्कूलों में सिलेंडर होने के बाद भी चूल्हे पर ही राशन पकाने की शिकायत मिल रही है। इसी को लेकर विभाग ने स्कूलों में सिलेंडर की राशि संबंधी जानकारी मांगी गई है। खंड शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि सिलेंडर के लिए जारी कि गई राशि संबंधी विभाग ने जानकारी मांगी है।
ये भी करना होगा जरूरी
पकाने के लिए भंडारण से मिली प्रत्येक भोजन पदार्थ की प्रयोग होने वाली मात्रा सुनिश्चित होनी चाहिए। अपेक्षित भोजन सूची अनुसार प्रत्येक पदार्थ और उसकी मात्रा को ध्यान में रखकर पकाएं। अपेक्षित भोजन सूची अनुसार पकाने के लिए भंडारण के अधिकृत कर्मचारी से अनुमति लेनी जरूरी। सभी भोजन पदार्थों को जारी करना जरूरी। सभी ताजी सब्जियों की ताजगी जांचनी आवश्यक है। यदि कोई पदार्थ या उसका हिस्सा उपयोग के लायक नहीं है तो उसे हटा देना चाहिए। सीमित मात्रा में प्रयोग लाए जाने वाले उपकरण और सभी भोजन बर्तन साफ, स्वच्छ एवं सूखे हो। सभी निर्देशित वस्तुएं ठंडी एवं सूखी जगह पर रखी होने जरूरी है। dbsrs
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