शिक्षक बनने की अभिलाषा रखने वाले युवा अपनी तैयारी शुरू कर दें। प्रदेश सरकार ने बीएड परीक्षा को लेकर अपनी तैयारी शुरू कर दी है। जिसके तहत परीक्षा संचालन की जिम्मेदारी इस बार महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक को सौंपी गई है। बीते वर्ष इसका संचालन चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा ने किया था। बीएड के दाखिले के लिए विद्यार्थियों को ऑनलाइन आवेदन करने होंगे।
कॉलेजों में एडमिशन के आवेदन मांगे जाएंगे :
एमडीयू से संबद्ध बीएड के करीब 300 कॉलेज, कुरुक्षेत्र विवि कुरुक्षेत्र से संबद्ध करीब 160 कॉलेज तथा चौ. देवीलाल विवि सिरसा के करीब 30 कॉलेज हैं। इन कॉलेजों में करीब 60 हजार के दाखिले होने हैं।
15 प्रतिशत सीटें बाहरी विद्यार्थियों के लिए भी :
60 हजार सीटों में से 85 प्रतिशत सीटें प्रदेश के विद्यार्थियों तथा शेष 15 फीसदी सीटें ऑल इंडिया आधार पर भारी जानी हैं। बीएड छात्रों की फीस 44 हजार रुपए है। इसके अलावा विश्वविद्यालय की फीसें अलग से हैं। एमडीयू की फीस 2403 रुपए अलग से है। एमडीयू शैक्षणिक शाखा ने बीएड के दाखिलों के लिए प्रॉस्पेक्टस तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
दाखिला प्रक्रिया संचालन के लिए कमेटी गठित :
कुलपति एचएस चहल ने एक पांच सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। समिति में कॉलेज ब्रांच की डीन डॉ. इंदिरा ढुल, दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक डॉ. नसीब सिंह गिल, कंप्यूटर सेंटर के अध्यक्ष डॉ. जीसी सरोहा, शिक्षा विभाग के अध्यक्ष डॉ. हेमंत शर्मा व शैक्षणिक शाखा के प्रभारी एसएन शर्मा को शामिल किया है।
"विश्वविद्यालय इससे पूर्व भी विभिन्न दाखिला प्रक्रियाओं का संचालन सफलतापूर्वक कर चुका है। इस बार भी विवि ने तैयारी शुरू कर दी है। विवि की कोशिश होगी कि विद्यार्थियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो।''--एचएस चहल, कुलपति, एमडीयू, रोहतक। dbsnpt
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