नारनौंद : गेस्ट टीचरों को पक्का न करके सरकार ने उनके साथ वादा खिलाफी की है। सरकार के कुछ नेताओं ने गेस्ट टीचरों को पक्का करने का आश्वासन भी दिया था लेकिन गेस्ट टीचर अब तक अधर में ही लटके हुए हैं। एक बार फिर गेस्ट टीचर सरकार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन करने की तैयारी में हैं। एक जून को प्रदेश के सभी गेस्ट टीचर कैथल में एक बैठक करेंगे।
वर्ष 2005 में हरियाणा सरकार ने करीब 15 हजार गेस्ट टीचरों की नियुक्ति की थी। पिछले दिनों दिल्ली में लगातार 17 दिनों तक गेस्ट टीचर आमरण अनशन पर बैठे रहे। सरकार की चूलें हिलने लगीं तब भी प्रदेश के मुख्यमंत्री ने स्वयं आकर अनशन खत्म करवाया और उन्हें पक्का करने का आश्वासन भी दिया। लेकिन बुधवार को हुई केबिनेट की मीटिंग में गेस्ट टीचरों को पक्का न करके उनकी उपेक्षा की है। आने वाले विधानसभा चुनाव में गेस्ट टीचरों का विरोध ङोलना पड़ेगा। गेस्ट टीचरों के प्रेस प्रवक्ता अजय लोहान ने बताया कि सरकार ने हमारे साथ धोखा किया है। प्रदेश के सभी गेस्ट टीचर एक जून को कैथल में सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति तैयार करेंगे और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के संयोजक राजेन्द्र शास्त्री ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि सरकार उन्हें नियमित कर देगी मगर बीते दिनों में कई बार सरकार उनकी उपेक्षा करती दिखी। उसी से नाराज गेस्ट टीचर ने आंदोलन की रूप रेखा तैयार की है जिसे कैथल में अमली जामा पहनाया जाएगा। djhsr
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