नूंह : मेवात सर्वशिक्षा अभियान में लगभग चार करोड़ रुपये की अनियमितताओं के मामले सामने आए हैं। अधिकारियों ने इस मामले पर कार्यवाही करते हुए जिले के 119 स्कूल मुखिया को चार्जशीट कर निदेशालय को रिपोर्ट भेज दी है। धांधलियों को लेकर सुर्खियों में रहने वाला मेवात का शिक्षा विभाग में एक बार फिर गुरु की मर्यादा तार-तार हो गई है। अनियमितता बरतने वाले इन मुख्याध्यापकों में दर्जनों ऐसे हैं जो कमरों के निर्माण की राशि को सरकारी खजाने से निकालकर हड़प कर रहे तो दर्जनों ऐसे हैं जिन्होंने अपना तबादला अब किसी अन्य स्कूल में करा लिया है। विभाग ने ऐसे लोगों की पहचान कर ली है। सभी पर लगभग चार करोड़ की रिकवरी बनी है।
मेवात में सर्वशिक्षा अभियान के तहत वर्ष 2007 से 2011 तक विभिन्न स्कूलों में छात्रों के लिए कमरे, चारदीवारी, मुख्याध्यापक कक्ष के अलावा कई प्रकार के निर्माण कार्यो के लिए मुख्याध्यापकों की मांग के अनुसार राशि वितरित की गई थी। इसमें जिले के 119 मुख्याध्यापकों ने इस राशि का उपयोग सही नहीं किया। दर्जनों मुख्याध्यापकों ने इस राशि को खाते से निकलवाकर अपने निजी कार्यो में इस्तेमाल कर लिया तो काफी अध्यापकों ने इस काम को आज तक पूरा नहीं किया। अब से पहले किसी विभागीय अधिकारी ने इस पेंडिंग काम पर ध्यान नहीं दिया। लेकिन चार महीने पहले डीपीसी डा.रमेश चंद ने इस पुराने रिकार्ड को खंगाला तो सौ से अधिक स्कूलों में काम पूरा हुआ नहीं मिला। इन मुख्याध्यापकों को उक्त अधिकारी ने दो महीने में काम पूरा करने के निर्देश भी दिए, लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी। इस पर कार्यवाही करते हुए 119 स्कूल मुखियाओं को चार्जशीट कर रिपोर्ट निदेशालय को भेज दी गई है। हालांकि कुछ स्कूल मुखियाओं ने कार्यवाही होती देख स्कूल में निर्माण शुरू कर दिया है। विभाग की इस कार्यवाही से अध्यापक वर्ग भले ही नाराज है, लेकिन लोग इस कार्यवाही को सरहानीय बता रहे हैं। djgrgn
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