चंडीगढ़ : टीचर नीड असेसमेंट (टीएनए) के बाद 30 मई को टीजीटी शिक्षकों की परीक्षा पर भी संकट मंडराने लगा है।
प्रदेश की शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल के टीएनए को लेकर अनभिज्ञता जताने से अधिकारियों की स्थिति और भी असहज हो गई है। माना जा रहा है कि बेतरतीब निर्णयों के लिए शिक्षा विभाग के कुछ आला अधिकारियों पर जल्द ही गाज गिर सकती है। मुफ्त दाखिला प्रक्रिया में हीलाहवाली करने पर प्रदेश सरकार ने सेकेंडरी शिक्षा विभाग के महानिदेशक चंद्रशेखर को पद से हटा दिया था। टेस्ट का प्रदेश के प्राइमरी और टीजीटी लगभग 52 हजार शिक्षक विरोध कर रहे हैं।
निदेशालय स्तर पर लिया गया टेस्ट का फैसला : भुक्कल
शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने कहा है कि टीचर नीड असेसमेंट टेस्ट के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। टेस्ट कराने का फैसला शिक्षा निदेशालय के स्तर पर लिया गया है। अगर यह नियमानुसार हो रहा है तो इसमें शिक्षकों को भाग लेना चाहिए।
काम आई शिक्षकों की एकजुटता :
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव दीपक गोस्वामी ने बताया कि हरियाणा के सभी 119 खंड में परीक्षा का पूर्ण बहिष्कार किया गया है। सभी शिक्षक संगठनों ने विभाग के नित नए प्रयोगों के विरुद्ध आवाज मुखर की है। शिक्षा विभाग में चाहे एजुसेट हो या बायोमिटिक हस्ताक्षर मशीन सभी प्रयोग फ्लॉप सिद्ध हुए हैं। भविष्य में भी बेतुके फैसलों का विरोध किया जाएगा। dj
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