** आइटी प्रकोष्ठ की वजह से हुई रिजल्ट की घोषणा में देरी
चंडीगढ़ : निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के मुफ्त दाखिला के लिए हुए लर्निग लेवल असेसमेंट टेस्ट का रिजल्ट सार्वजनिक नहीं किया जाएगा। शिक्षा विभाग मूल्यांकन का रिजल्ट जिला व खंड शिक्षा अधिकारियों को भेजेगा, उसके आधार पर निजी स्कूलों में दाखिला प्रक्रिया शुरू होगी। रिजल्ट सार्वजनिक न करने के पीछे तर्क यह है कि विभाग किसी भी बच्चे को हीन भावना का शिकार नहीं होने देना चाहता। चूंकि मूल्यांकन परीक्षा का परिणाम वेबसाइट पर घोषित होने की स्थिति में सभी छात्र एक-दूसरे के नंबर जान सकेंगे।
शिक्षा विभाग के आग्रह पर स्कूल शिक्षा बोर्ड भिवानी ने तीसरी से दसवीं व 12वीं कक्षा में दाखिला के लिए 11 मई को परीक्षा ली थी। कुल 29 हजार बच्चों ने दाखिला के लिए आवेदन किया था, लेकिन मूल्यांकन परीक्षा में केवल तीस प्रतिशत बच्चे ही शामिल हो पाए थे। शिक्षा बोर्ड ने मूल्यांकन परीक्षा का रिजल्ट 26 मई को शिक्षा विभाग के आइटी प्रकोष्ठ को भेज दिया था, लेकिन विभाग के प्रभारी ने ई-मेल चेक करने की जहमत ही नहीं उठाई। इससे रिजल्ट घोषित करने में देरी हो गई। इसका खुलासा बृहस्पतिवार को हुआ जब दो जमा पांच मुद्दे जन पार्टी के संस्थापक सत्यवीर हुड्डा ने अभिभावकों के साथ शिक्षा बोर्ड के बाहर धरना दिया। बोर्ड अधिकारियों से मिली जानकारी के आधार पर हुड्डा ने शिक्षा विभाग की अतिरिक्त निदेशक रितु चौधरी से संपर्क साध रिजल्ट घोषित न करने पर नाराजगी जताई। रितु चौधरी ने उन्हें बताया कि आइटी प्रकोष्ठ के ई-मेल चेक न करने से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। वीरवार दोपहर बाद उन्हें मूल्यांकन परीक्षा का रिजल्ट मिल गया है। इसे जांच कर जिला एवं खंड शिक्षा अधिकारियों को भेज दिया जाएगा ताकि जल्द दाखिला प्रक्रिया शुरू कराई जा सके। सत्यवीर हुड्डा ने कहा कि शिक्षा विभाग जानबूझ कर रिजल्ट घोषित करने में देरी कर रहा था। जन मुद्दे पार्टी ने शिक्षा बोर्ड के बाहर धरना दिया तब दबाव में आकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने रिजल्ट घोषित करने का आश्वासन दिया है। dj
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