भिवानी : शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षा की गुणवत्ता बनाने के लिए शुरू की गई टीएनए (ट्रेनिंग निड एसेसमेंट) प्रशिक्षण आवश्यकता अवलोकन परीक्षा शिक्षा विभाग के लिए गले की फांस बन गई है। प्रदेश के केवल 35 शिक्षक ही इसमें बैठे हैं। जबकि प्रदेश के लगभग 30 हजार जेबीटी शिक्षकों को यह परीक्षा देनी थी, वहीं पूरे प्रदेश में शिक्षकों ने टीएनए का बहिष्कार किया।
शिक्षा विभाग की वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव के निर्देश पर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के माध्यम से प्रदेश के सभी टीजीटी व जेबीटी शिक्षकों की टीएनए लेने का फैसला किया गया था। 26 मई को जहां जेबीटी शिक्षकों का दो सत्रों में यह टेस्ट होना था, वहीं 30 मई को टीजीटी के लिए यह टेस्ट निर्धारित किया हुआ है। आज प्रदेश के लगभग 30 हजार जेबीटी शिक्षकों को इस टेस्ट के लिए बुलाया गया था। लेकिन इनमें से सिर्फ 35 जेबीटी शिक्षक ही सुबह 9 से 11 बजे तक के सत्र में परीक्षा केंद्रों में पहुंचे। शेष सभी जेबीटी शिक्षक परीक्षा केंद्रों के बाहर धरने पर बैठे नजर आए। दोपहर बाद के सत्र तो पूरी तरह से विफल रहा। इसमें कोई भी शिक्षक नहीं पहुंचा। जाहिर है कि जेबीटी शिक्षकों के इतने बड़े पैमाने पर विरोध को शिक्षा विभाग ङोलने में सक्षम नहीं है और इसी वजह से अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। चुनाव का समय होने की वजह से कोई भी अधिकारी अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ कोई कार्रवाई की बात भी नहीं कह पा रहा है। जाहिर है कि इन हालात में विभाग को 30 मई की परीक्षा को भी रद करना पड़ सकता है। dj
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