** विद्यार्थियों को मिल सकता है दूध-ब्रेड का जायका
रेवाड़ी : मोदी सरकार मिड डे मील का मीनू बदल सकती है। भाजपा का एक बड़ा वर्ग परिणाम आने से पहले ही इसके प्रयास शुरू कर चुका था। खाद्य सुरक्षा कानून लागू होने के बाद पार्टी का थिंक टैंक मौजूदा मीनू को अनावश्यक मान रहा है।
इस बारे में भाजपा किसान मोर्चा की ओर से पूरा खाका तैयार किया जा चुका है। विस्तृत कार्ययोजना का प्रारूप मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भेजा जा चुका है। स्वीकृति मिली तो आने वाले समय में विद्यार्थी मौजूदा मीनू के बजाय दूध व ब्रेड का जायका लेते नजर आ सकते हैं।
इस समय सरकारी स्कूलों में आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को अलग-अलग दिन विभिन्न प्रकार के भोजन परोसे जा रहे हैं। कुल दस तरह के व्यंजनों की सूची मान्य है, जिनमें सोमवार से शनिवार तक कोई भी आइटम परोसे जा सकते हैं, लेकिन एक ही आइटम हर सप्ताह रिपीट नहीं किया जा सकता। भाजपा में जिस नए मीनू पर मंथन चल रहा है, उसमें किसी अच्छी कंपनी का बोलतबंद दूध व एक बड़ा पैक्ड ब्रेड शामिल है।वर्तमान में क्या मिलती है डाइट :
इस समय स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए मीठा दलिया, दाल-चावल, खिचड़ी, घीया के साथ चने की दाल व चपाती, मिस्सी रोटी व मौसमी हरी सब्जी, चना सफेद या काला तथा चावल, कढ़ी पकौड़ा-चावल, आटे का हलवा और काला चना, सोया पूड़ी व सब्जी तथा पुलाव स्वीकृत हैं।
"खाद्य सुरक्षा कानून लागू होने के बाद भूख से अधिक चिंता पौष्टिक भोजन की करनी चाहिए। स्कूलों में इस समय दिए जा रहे भोजन में अपेक्षित गुणवत्ता नहीं है। हमने मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप विद्यार्थियों को सेहतमंद बनाने के लिए दूध व ब्रेड का सुझाव तैयार किया है। इससे खेती के साथ पशु पालन को भी बढ़ावा मिलेगा। मीनू बदलने से जुड़ी इस कार्ययोजना पर उच्च स्तर पर हम चुनाव परिणाम से पूर्व भी विचार कर चुके हैं। बच्चे ही देश का भविष्य हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार सेहत से जुड़े इस मामले में जल्दी ही अच्छी पहल करेगी। मीनू बदलना इस पहल का हिस्सा होगा।"--ओमप्रकाश धनखड़, राष्ट्रीय संयोजक, भाजपा किसान मोर्चा। dj
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