रेवाड़ी : निजी कंपनी एक बार फिर मनमानी पर उतारू हो गई है और शिक्षा विभाग महज मुंह ताक रहा है। अवैध सिक्योरिटी व कंपनी मनमानी के खिलाफ आवाज उठाने वाले कंप्यूटर शिक्षकों की आवाज को दबाने के लिए निजी कंपनी ने अब उनका ट्रांसफर कर दिया है। कंप्यूटर एसोसिएशन के पदाधिकारियों का ट्रांसफर करके कंपनी अपनी धांधलियों को छिपाने का हरसंभव प्रयास कर रही है और शिक्षा विभाग कंपनी के हर काम में अपनी मौन स्वीकृति ही दे रहा है।
कंप्यूटर शिक्षकों से अवैध तरीके से सिक्योरिटी वसूली, महीनों तक उनकी तनख्वाह रोककर रखी और फिर तनख्वाह में से भी सिक्योरिटी की राशि वसूली। कंपनी ने ये सभी काम शिक्षा विभाग की नाक के नीचे किए। शिक्षा विभाग की लाचारी को इस बात से भी समझा जा सकता है कि खुद शिक्षा मंत्री ने अवैध सिक्योरिटी वसूले जाने की आलोचना की थी तथा सिक्योरिटी को वापस दिलाने का आश्वासन दिया था। वहीं, शिक्षक अपने अधिकारों की आवाज न उठा पाए इसके लिए कंपनी ने एक बार फिर से अपनी मनमर्जी चलाई है। कंपनी ने कंप्यूटर वेलफेयर एसोसिएशन से जुड़े 11 पदाधिकारियों के तबादले कर दिए है। एसोसिएशन पदाधिकारियों के जो तबादले किए गए हैं वे भी १०० से २०० किमी. दूर किए गए है। फतेहाबाद के शिक्षक का तबादला मेवात के पुन्हाना में कर दिया गया और कुरुक्षेत्र के शिक्षक का तबादला महेंद्रगढ़ में। एसोसिएशन के प्रधान बलराम दीमान की अंबाला से ट्रांसफर महेंद्रगढ़ जिला में कर दी गई है।
2 जून को होना है शिक्षकों का प्रदर्शन
कंप्यूटर वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से अपनी मांगों को लेकर 2 जून को पंचकुला स्थित शिक्षा निदेशालय पर प्रदर्शन किया जाना है। इस प्रदर्शन में शिक्षक अवैध सिक्योरिटी वसूले जाने और खुद को निजी कंपनी के शोषण से मुक्त कराने के लिए आवाज उठाने वाले हैं। कंप्यूटर शिक्षकों का कहना है कि इस संघर्ष को दबाने के लिए ही उनका ट्रांसफर किया गया है।
पुरानों का विवाद सुलझा नहीं नए की भर्ती
कंप्यूटर शिक्षक भर्ती करने के लिए जिन कंपनियों को ठेका दिया गया है उनका पहले भर्ती किए गए कंप्यूटर शिक्षकों के साथ विवाद सुलझा नहीं है और नई भर्ती की प्रक्रिया शुरू भी कर दी गई है। एसोसिएशन के महासचिव रहे शशिभूषण का कहना है कि अगस्त माह में उनकी भर्ती की गई थी और एक साल पूरा होने से पहले ही उनका तबादला कर दिया गया। उन्होंने कहा कि अगर कंपनी द्वेष भावना से काम नहीं करती तो नए भर्ती शिक्षकों को खाली पोस्ट पर भेजा जाना चाहिए था लेकिन यहां खेल उनके साथ ही खेला जा रहा है।
कंपनी के रवैये से हमारा संघर्ष दबने वाला नहीं: प्रधान
कंप्यूटर वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान बलराम दीमान का कहना है कि कंपनी शिक्षकों को दबाने का प्रयास कर रही है और शिक्षा विभाग मौन है। तमाम प्रयासों के बावजूद भी शिक्षकों का संघर्ष दबने वाला नहीं है। वे लोग 2 जून को कड़ा विरोध करेंगे और जरूरत पड़ी तो इस मनमानी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी करेंगे।
मंत्री की भी नहीं सुनी
मंत्री के आदेश के बावजूद भी कंपनी ने मनमानी की और किसी ने उसे रोका तक नहीं। मनमानी के खिलाफ कंप्यूटर वेलफेयर एसोसिएशन के सैकड़ों कंप्यूटर शिक्षकों ने पंचकुला में अनशन तक किया था। शिक्षकों ने विरोध किया तब कहीं जाकर उन्हें तनख्वाह दी गई। अब कंप्यूटर शिक्षक लगातार अवैध सिक्योरिटी को लेकर अपनी लड़ाई लड़ रहे थे। db
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