हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की दसवीं कक्षा में परीक्षा ड्यूटी नहीं देने वाले मुख्याध्यापकों खामियाजा अभी भी भुगतना पड़ रहा है। मुख्याध्यापकों ने कारण बताओ नोटिस का जवाब भी दे दिया। शिक्षा विभाग ने राजकीय हाई स्कूलों में मुख्याध्यापकों पदोन्नति करने के बाद छह माह से कार्यभार नहीं सौंपा गया है। मुख्याध्यापक जहां पहले पोस्ट थी वहीं पर कार्य कर रहे हैं। बोर्ड ने वर्ष 2011 में दसवीं कक्षा परीक्षा के लिए मिडल स्कूलों के मुख्य अध्यापकों की ड्यूटी लगाई थी। जिसमें जिले के कई मिडल स्तर के मुख्याध्यापकों ने ड्यूटी नहीं दी। बोर्ड ने मुख्याध्यापकों पर कार्रवाई करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। जिसमें उसी समय मुख्य अध्यापकों ने परीक्षा में ड्यूटी नहीं देने का कारण बताया। इसके बाद मुख्याध्यापकों को क्लीन चिट देना ही भूल गये। शिक्षा विभाग मिडल स्तर से हाई स्तर पर मुख्याध्यापकों को फरवरी 2014 में पदोन्नति किया। विभाग ने पदोन्नति करने के साथ मुख्य अध्यापकों को राजकीय हाई स्कूलों का स्टेशन भी दे दिया। मगर बोर्ड की परीक्षा नहीं देने पर भेजे गए स्कूलों में कार्यभार नहीं सौंपा गया। इससे राजकीय मिडल स्कूलों में ही ये मुख्याध्यापक अपना वेतन ले रहे हैं। dbsrs
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