चंडीगढ़ : मांगों को लेकर सर्व कर्मचारी संघ (एसकेएस) मंगलवार से प्रदेशभर में जेल भरो आंदोलन करेगा। इसके तहत पलवल, भिवानी, यमुनानगर, पंचकूला और करनाल जिलों के कर्मचारी उपायुक्त कार्यालयों के सामने प्रदर्शन करते हुए गिरफ्तारियां देंगे। सर्व कर्मचारी संघ के महासचिव सुभाष लांबा ने बताया कि इन गिरफ्तारियों का नेतृत्व पलवल में केन्द्रीय कमेटी के नेता करेंगे।
सुभाष लांबा, नरेश शास्त्री, श्रीपाल सिंह भाटी, पंचकूला में देवेंद्र हुड्डा, वीरेंद्र डंगवाल, सतीश सेठी कृष्णलाल सागर, यमुनानगर में मान सिंह, महिपाल सिंह, श्यामलाल, भिवानी में मास्टर वजीर सिंह, सुखदेव सिंह, रतन जिंदल और करनाल जिले में सरबत सिंह पूनिया जीवन सिंह करेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार आंदोलनकारी विभागीय संगठनों की मांगों का बातचीत से समाधान करने के बजाए उन पर बर्बरता पूर्वक लाठी चार्ज करवाकर उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करवा रही है। जिससे कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उन्होंने इनेलो के चुनावी घोषणा पत्र में कर्मचारियों की प्रमुख मांगों पर चुप्पी पर भी कड़ी नाराजगी जताई।यह हैं मांगे :
सरकार द्वारा अधिसूचित नियमितिकरण नीतियों से गैर जरूरी शर्तों को हटाकर सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों को दो साल पूरे होने पर पक्का करने, नगर निगमों की तरह सभी विभागों से ठेका प्रथा खत्म करने, ठेका कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारी घोषित करने, ठेका कर्मचारियों को पक्के कर्मचारियों के समान वेतन देने, कैश लेस मेडिकल सुविधा देने, केंद्र के समान ग्रेड-पे, भत्ते देने, तकनीक स्केल वापिस लेने के अधिनियम को रद्द करने, राज्य के कर्मचारियों को तुलनात्मक रूप से पंजाब के कर्मचारियों के समान वेतनमान देने, बिजली कर्मचारियों सहित जोखिम पूर्ण कार्य करने वाले सभी कर्मचारियों को जोखिम भत्ता देने,चाइल्ड केयर लीव में अर्जित अवकाश की शर्त हटाने, विश्वविद्यालयों को पूर्ण स्वायत्तता देने, रोडवेज के 3519 रूट परमिटों सहित सभी विभागों में लागू की जा रही आउटसोर्सिंग, फ्रेंचाइजी और निजीकरण की नीतियों को रद्द करने सहित कई मांगें शामिल हैं। db
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