कैथल : हरियाणा विद्यालय अध्यापक ने बृहस्पतिवार को स्कूल प्राध्यापकों की गैर व्यवहारिक रेशनेलाइजेशन के विरोध में डाईट कैथल में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और सरकार से इसे तुरन्त बन्द करने की मांग की।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए संघ की राज्य उप प्रधान सुमित्र ने कहा कि स्कूल प्राध्यापकों की रेशनेलाइजेशन में प्राध्यापक का वर्कलोड 30 पीरियड से बढा कर 40 पीरियड किया जाना, प्रत्येक सेक्शन मे छात्र संख्या 40 की बजाय 50 करना और प्रत्येक विषय के पीरियड घटा कर रेशनेलाइजेशन करना गलत है। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ-93 सम्बद्व सर्व कर्मचारी संघ हर स्तर पर ऐसी गैर व्यवहारिक रेशनेलाइजेशन का विरोध करता रहेगा।
संघ के जिला सचिव सतबीर गोयत ने कहा कि शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारी विभाग में हर रोज नए-नए प्रयोग करके जानबूझ कर प्रदेश में जनशिक्षा का वातावरण खराब करना चाहते है। हजारों की संख्या में नऐ पीजीटी भर्ती करने के बाद भी शहरी स्कूलों में जहां विज्ञान संकाय में हजारों छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे है वहां अध्यापकों की कमी बनी हुई है और जिन स्कूलों में विज्ञान संकाय में एक भी छात्र नही है वहां सभी विषयों के अध्यापक भेज दिए गए हैं। इस प्रकार शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारियों की मनमर्जी का खामियाजा प्रदेश के हजारों छात्रों और अध्यापकों को भुगतना पड़ रहा है। dj
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