चंडीगढ़ : हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड को सिर मुंडाते ही ओले पड़े हैं। शिक्षकों ने अवकाश के दिन घर पर उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने से इंकार कर दिया है। छुट्टी के दिन शिक्षक काम करने को लेकर राजी नहीं हैं। अवकाश के दिन का टीए-डीए शिक्षकों को वैसे भी मूल्यांकन के दौरान मिलना ही है, इसलिए वे घर पर मूल्यांकन नहीं करना चाहते। शिक्षकों का तर्क है कि स्पॉट मार्किंग के दौरान वे अतिरिक्त उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर सकते हैं, लेकिन अवकाश के दिन घर पर काम को अंजाम देना उन्हें गवारा नहीं है।
मास्टर वर्ग एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश मलिक का कहना है कि अवकाश के दिन शिक्षकों को घर पर अन्य कार्य भी निपटाने होते हैं। उन पर अतिरिक्त बोझ डालना ठीक नहीं रहेगा। स्कूल शिक्षा बोर्ड के निर्देश तुगलकी फरमान से कम नहीं हैं। बोर्ड अधिकारियों को शिक्षकों की राय भी लेनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि अगर शिक्षा बोर्ड ने घर पर मूल्यांकन को लेकर दबाव बनाने की कोशिश की तो शिक्षकों को मूल्यांकन का बहिष्कार करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अनेक शिक्षकों की ड्यूटी विधानसभा चुनाव में लगी हुई है, जबकि चुनाव के एकदम बाद और इस सप्ताह अनेक त्योहार पड़ रहे हैं। ऐसे में शिक्षकों के लिए घर पर मूल्यांकन करना आसान नहीं होगा। बोर्ड अधिकारियों को शिक्षकों से स्पॉट मूल्यांकन के दौरान ही अधिक उत्तर पुस्तिकाएं चेक करानी चाहिए। इसके लिए शिक्षक संगठनों के साथ बोर्ड सचिव जल्द बैठक बुलाएं। dj
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