गुड़गांव : बीएससी सेकंड ईयर के खराब रिजल्ट का मामला उलझता जा रहा है। विद्यार्थियों और कॉलेज प्रबंधन के बीच टकराव में सोमवार को गर्ल्स कॉलेज की एक छात्रा ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी। मामले को सुलझाने के लिए कॉलेज पहुंचे महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के अधिकारी भी दुविधा में हैं। छात्राओं के आनसर सीट की जांच करने पर चौंकाने वाले परिणाम सामने आए हैं। कई छात्राओं ने प्रश्नों के जवाब में देवी-देवताओं से पास करने की अपील लिखी है। कई ने आनसर सीट में कार्टून बना रखे हैं, उलटे-सीधे और फालतू बातों से सीट भरी गई है, जिसके आधार पर परीक्षार्थियों को फेल करना मजबूरी बन गई थी।
खराब रिजल्ट को लेकर भड़की चिंगारी को शांत करने के लिए रोहतक यूनिवर्सिटी से गर्ल्स कॉलेज की हजारों आनसर सीट लेकर परीक्षा कंट्रोलर डॉ. बीएस सिंधू मंगलवार को 12 बजे कॉलेज पहुंचे। आनसर सीट को जांचने के लिए तीन अलग-अलग पैनल बनाए गए। परीक्षा कंट्रोलर के सामने पैनल ने कॉपियों की रि-चेकिंग शुरू की।
सायं साढ़े पांच बजे तक कॉपियों की रि-चेकिंग पूरी कर ली गई थी। लेकिन कॉपी जांचने में कोई अनियमितताएं सामने नहीं आई। कई छात्राओं द्वारा प्रश्नों के जवाब में देवी-देवताओं से पास करने की अपील अंग्रेजी में लिखी मिली, जिसे देखकर सभी हैरान रह गए।
परिजनों के साथ आनसर सीट चेक कर सकती हैं
डॉ. बीएस सिंधू ने बताया कि छात्राओं के नंबर जरूर कम हैं, लेकिन रि-चेकिंग में किसी आनसर सीट में कोई वेरिएशन नहीं मिली है। यदि अब भी किसी छात्रा को कोई संदेह है तो वे आरटीआई से आनसर सीट निकलवा कर देख सकती हैं। आनसर सीटें कॉलेज में सुरक्षित रखी गई हैं, जिन छात्राओं के 0 से पांच अंक तक हैं वे बुधवार को अपने परिजनों सहित अपने पहचान पत्र के साथ आकर चेक कर सकती हैं। अभिभावकों की अनुपस्थिति में आनसर सीट नहीं दिखाई जाएगी।
आनसर सीटों में मिली स्माइल और देवी मां से अपील
रि-चेकिंग के दौरान कैमिस्ट्री फिजिक्स की आनसर सीटों में छात्राओं द्वारा कीप स्माईल के कार्टून और देवी मां से पास करने की अपील लिखी गई थी। वहीं रि-चेकिंग के दौरान कई छात्राओं ने अपने घर की कहानी और भैया की नौकरी का जिक्र तक किया हुआ था। यह खुद परीक्षा कंट्रोलर के समक्ष कॉपियां रखी गईं। कंट्रोलर ने इसे यूनिवर्सिटी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि हमारी शिक्षा पद्धति में सुधार होना चाहिए।
जांचने के लिए बनाए गए थे तीन पैनल
यूनिवर्सिटी के कंट्रोलर डॉ. बीएस सिंधू ने गर्ल्स कॉलेज की बीएससी सेकंड ईयर के सेकंड फोर्थ सेमेस्टर के फिजिक्स, कैमिस्ट्री, कम्प्यूटर साइंस मैथमेटिक्स की आनसर सीटें मंगवाई थी। इन सीटों की रि-चेकिंग के लिए करीब 50 प्रोफेसरों के तीन पैनल बनाए गए थे। इन तीनों पैनलों के प्रोफसरों ने सभी आनसर सीटों को कंट्रोलर के सामने चेक किया।
नहीं मिल रहा कॉलेजों को स्टाफ
परीक्षा कंट्रोलर डॉ. बीएस सिंधू ने बताया कि बच्चों का पढ़ाई को लेकर कोई बेस नहीं बन पा रहा है। रही-सही कसर पर्याप्त स्टाफ नहीं होने से पूरी हो रही है। छात्र-छात्राओं की पढ़ाई में रुचि नहीं है। वर्ष 1980 के बाद प्रोफेसरों की भर्ती नहीं हुई है। जबकि छात्र-छात्राओं की संख्या दोगुनी हो गई है। मजबूरन कॉलेजों में गेस्ट टीचर एक्सटेंशन टीचर पढ़ाई के लिए लगाए गए हैं।
पिंकी के परिजनों से मिले हायर एजूकेशन के महानिदेशक
सोमवार को छात्रा पिंकी द्वारा आत्मदाह की कोशिश करने के मामले को लेकर मंगलवार सुबह करीब दस बजे हायर एजूकेशन विभाग के डायरेक्टर जनरल अंकुर गुप्ता पहले गर्ल्स कॉलेज पहुंचे और कॉलेज का जायजा लिया। इसके बाद वे आग से झुलसी छात्रा पिंकी के परिजनों से भी मिले। वहीं कॉलेज में सोमवार को प्रिंसिपल ज्ञानेन्द्र सिंह ने भी सोमवार देर रात पिंकी के परिजनों से मुलाकात की थी।
झुलसी छात्रा के बयान पर कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज
सोमवार को बीएससी की छात्रा पिंकी द्वारा आत्मदाह की कोशिश करने के मामले में उसके बयान पर सिविल लाइन थाना में आईपीसी की धारा 342, 306, 511 120बी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। यह जानकारी डीसीपी संगीता रानी ने दी। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। db
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