देश की यूनिवर्सिटीज अब अमरीकन फुटबॉल खेलती नजर आएंगी। इस खेल को यूनिवर्सिटी खेलों में हाल ही में जोड़ा गया है। हरियाणा की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी (एमडीयू) में भी प्राप्त आदेश के तहत इस खेल को शामिल कर लिया गया है। 6 अक्टूबर को इस खेल का पहला डेमो एमडीयू यूनिवर्सिटी रोहतक में किया जा रहा है। जहां यूनिवर्सिटीज एवं कॉलेजों के डीपीई को भी खेल एवं नियमों को जानने के तहत निमंत्रण दिया गया है।
ताकि वे अपनी टीमें तैयार कर सकें। अगले सत्र में इस खेल की शुरूआत हो जाएगी।
क्या है अमेरिकी फुटबॉल
यहखेल शॉकर-रग्बी का मिलाजुला स्वरूप हैं। फुटबाल की तरह इसमें भी टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं। नियम भी फुटबाल से मिलते-जुलते हैं। अमरीका में यह काफी मशहूर है। स्कूल, यूनिवर्सिटी और प्रोफेशनल तौर पर वहां पर खेला जाता है। यह खेल 60 मिनट का होता है। 15 मिनट के चार क्वार्टर के रूप में यह खेला जाता है। जबकि स्कूल स्तर पर 12 मिनट का क्वार्टर होता है। हर टीम को 3 टाइम-आउट मिलते हैं।
जिसमें वे खेल को लेकर अपनी रणनीति बनाते हैं। टाई होने पर 15 मिनट का एक्सट्रा टाइम मिलता है।
टॉस के बाद किक ऑफ से ही खेल की शुरूआत होती है। एक दूसरे को पास करना, भागना, पकड़ना और फिल्ड गोल, फ्री किक इस खेल में खास मायने रखते हैं।
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