जींद : वर्ष 2012 में विज्ञापित हुई जेबीटी भर्ती में हरियाणा शिक्षक भर्ती बोर्ड ने रातोंरात लिस्ट बदलकर गड़बड़झाला किए जाने का मामला सामने आया है। आवेदक को जहां पहली लिस्ट में साक्षात्कार के अधिक नंबर दिए गए थे जबकि रातोंरात बदली गई दूसरी लिस्ट में साक्षात्कार के नंबर कम कर शैक्षणिक योग्यता के नंबरों को बढ़ा दिया गया जबकि शैक्षणिक योग्यता में पहले से ही बोर्ड की तरफ से त्रुटि कर कम नंबर दिए गए थे। ऐसे में जब आवेदक को पता चला तो इस मामले में उसने इसकी शिकायत सीएम विंडो पर की। तीन माह तक सीएम विंडो पर लंबी प्रक्रिया चली, लेकिन 4 मार्च को मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से संबंधित अधिकारी को फटकार लगाए जाने के बावजूद आगे की कार्रवाई आज तक नहीं हुई है।
शिव कालोनी निवासी बुलकेश ने वर्ष 2012 में विज्ञापित हुई जेबीटी की भर्ती में सामान्य श्रेणी में आवेदन किया था। उसका रोल नंबर 44400636 था। उसकी शैक्षणिक योग्यता एमए, बीएड, जेबीटी, एचटेट थी। अगस्त में जब इस भर्ती का परिणाम घोषित किया गया तो उसमें उसका चयन नहीं हुआ। जब कुछ समय बाद उसने भर्ती बोर्ड की वेबसाइट पर अपने साक्षात्कार व शैक्षणिक अंक निकाले तो उसमें 61.71 अंक दर्शाए गए थे। इसमें शैक्षणिक अंक के 43.71 व साक्षात्कार के 18 अंक थे। कुछ समय बाद यह लिस्ट बोर्ड की वेबसाइट से हटा दी गई। जब उसने उसकी शैक्षणिक योग्यता के अंकों की गणना शिक्षक भर्ती की पालिसी के आधार पर की तो उनका कुल योग 45.71 बनता था जबकि बोर्ड ने 43.71 दिया हुआ था। बोर्ड ने वेबसाइट से पहले वाली सूचना हटाकर नई संशोधित सूची डाल दी। इसमें कुल अंक तो 61.71 ही दिए गए थे जबकि उसकी शैक्षणिक योग्यता के अंक 45.71 करके साक्षात्कार के दो अंक घटाकर 16 कर दिए गए। उसने इस बारे में शिक्षक भर्ती बोर्ड से संपर्क किया तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया और स्टाफ ने बताया कि यह दो अंक उच्च शैक्षणिक योग्यता के थे, जो साक्षात्कार में जोड़ दिए गए थे, लेकिन जो अंक एक बार साक्षात्कार में दे दिए जाते हैं तो उसे दोबारा काटा कैसे जा सकता है।
सीएम विंडो पर दी शिकायत
इस मामले में बुलकेश ने अपनी शिकायत दो जनवरी को सीएम विंडो में दी। इसके बाद उसकी शिकायत का लगातार प्रोसेस जारी रखा गया और अब यह शिकायत चीफ सेक्रेटरी हरियाणा के पास है और इसे मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से भेजा गया है। इस पर आखिरी बार चार मार्च को टिप्पणी की गई थी और कार्रवाई करने को कहा गया था, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ।
समाधान की मांग
सीएम कार्यालय की तरफ से इस शिकायत को लेकर संबंधित अधिकारियों के फटकार लगाने का काम किया गया है। सीएम कार्यालय की तरफ से संबंधित अधिकारियों को कहा गया है कि इस शिकायत पर की गई कार्रवाई से शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं है। यह रिपोर्ट संतुष्टि भरी नहीं है और न ही इस मामले में काउंसलिंग की गई है। इस मामले में शिकायतकर्ता को बुलाकर इसका समाधान किया जाना चाहिए। dj
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