रोहतक : बढ़िया नतीजे नहीं देने वाले सरकारी स्कूलों में रात्रि ठहराव किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही प्रत्येक जिले के शिक्षा अधिकारियों से बैठक कर स्कूलों का चयन किया जाएगा।
इसके लिए जिले में तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रधान सचिव व राज्य के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी टीसी गुप्ता के संकेत देने के बाद जिले के शिक्षा अधिकारियों व प्राचायरें में हड़कंप की स्थिति बन गई है। सूत्रों की माने तो वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने मातहतों व स्कूल प्राचायरें को स्कूल में मौजूदा खामियों को दूर करने के निर्देश दे दिए हैं। इसको लेकर वरिष्ठ अधिकारी भी संशय में हैं कि स्कूलों का चयन किस आधार पर किया जाएगा। गौरतलब है कि जिले में मंडलस्तरीय कार्यशाला में शनिवार को प्रधान सचिव टीसी गुप्ता ने इसकी घोषणा की थी।
बहुअकबरपुर से पुराना नाता
प्रधान सचिव का बहुअकबपुर गांव के ग्रामीणों से पुराना नाता रहा है। पांच जिलों की बैठक में वे किस्सा भी सुना चुके हैं। प्रौढ़ शिक्षा के दिनों को याद करते हुए उन्होंने बताया कि वे एडीसी के पद पर कार्यरत थे। उस समय प्रौढ़ शिक्षा का कार्यक्रम जोर-शोर से चल रहा था। वे जब भी इस गांव से गुजरते तो ब्रेकर पर गाड़ी धीमी होती, मंडली बनाकर ताश खेलते गांव के लोग ब्रेकर से गाड़ी गुजरते ही शीप का आवाज लगाते। एक दिन उनसे रहा नहीं गया। उन्होंने गांव के लोगों को इकट्ठा कर खरी-खरी सुना दी। उन्होंने कहा आपके बच्चे तो गली-गली घुमते हैं, तुम यहां ताश खेलते हो। इनको स्कूल भेजने की बात नहीं कह सकते। इसके बाद वहां के बुजुगरें ने प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम व गांव का स्कूल का नतीजा भी सुधर गया।
चप्पे-चप्पे से वाकिफ हैं गुप्ता
मंडलस्तरीय कार्यशाला में पहुंचे प्रधान सचिव ने कहा कि वे जिले के चप्पे से पूरी तरह वाकिफ हैं। वे 1991-92 में मदवि के रजिस्ट्रार के पद पर कार्य कर चुके हैं। इसके बाद पांच वर्ष तक एडीसी के पद पर भी कार्यरत रहे हैं।
"रात्रि ठहराव की योजना जल्द शुरू की जाएगी। अप्रैल के आखिर तक स्कूलों का चयन भी कर लिया जाएगा। कुछ स्कूलों का औचक निरीक्षण भी हो सकता हैं। मंशा साफ है कि प्रदेश की ढाई करोड़ जनता की उम्मीदों पर खरा उतर बच्चों को बेहतर शैक्षणिक माहौल प्रदान करना।"-- टीसी गुप्ताप्रधान सचिव, शिक्षा विभाग। hb
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