सिरसा : शारीरिक शिक्षा के स्नातक व स्नातकोत्तर कोर्स के पाठ्यक्रम में फेरबदल किया गया है। बदले गए पाठ्यक्रम नए सत्र से लागू होंगे। इसके लिए एक कमेटी गठित की गई है, जो अपनी रिपोर्ट पीजी बोर्ड व यूजी बोर्ड को जल्द सौंपेगी।
पहला फेरबदल बीपीएड (बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन) कोर्स में किया गया है। इसकी अवधि एक साल से बढ़ाकर दो साल कर दी गई है। यानी बीपीएड कोर्स में दाखिला लेने वाले को अब दो साल अध्ययन करना होगा। इसके साथ ही सिलेबस को भी बढ़कर दो साल का किया जा रहा है। इस सिलेबस में कुछ नए टॉपिक को भी शामिल किया जा रहा है।
दूसरा फेरबदल सीपीएड ( सार्टिफिकेट इन फिजिकल एजुकेशन) में किया गया है। इसका नाम बदलकर डीपीएड (डिप्लोमा ऑफ फिजिकल एजुकेशन) कर दिया गया है।
इसकी अवधि दो वर्ष की ही रखी गई है। तीसरा बदलाव( एमपीएड मास्टर ऑफ फिजिकल एजुकेशन) में किया गया है। दरअसल एनआइसीटी ने एमपीएड के सिलेबस को रिवाइज करने को कहा है। इसके लिए दिशानिर्देश भी जारी किया गया है जिसमें कुछ नए टॉपिक को शामिल करने की बात कही गई है।
"बीपीएड कोर्स होगा अब दो साल का, सीपीएड का नाम डीपीएड हुआनए पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों को काफी फायदा होगा। इस पर काम शुरू कर दिया गया है। नए सत्र में नया पाठ्यक्रम जारी किया जाएगा।"-- डॉ. रविंद्र पाल, विभागाध्यक्ष, सीडीएलयू।
"नए पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों को काफी फायदा होगा। इस पर काम शुरू कर दिया गया है। नए सत्र में नया पाठ्यक्रम जारी किया जाएगा।"-- डॉ. रविंद्र पाल, विभागाध्यक्ष, सीडीएलयू।
बीपीएड के लिए विश्वविद्यालय स्तर की कमेटी
बीपीएड के पाठ्यक्रम में फेरबदल के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर एक कमेटी गठित की गई है। सीडीएयू में यह कमेटी विभागाध्यक्ष की अगुवाई में बनाई गई है जिसमें विभाग के सभी अध्यापकों को शामिल किया गया है। dj
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