चंडीगढ़ : प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों ने अतिथि अध्यापकों के समर्थन में हल्ला बोल दिया है। 24 जुलाई तक गेस्ट की स्कूलों में नौकरी बहाल न होने पर 25 जुलाई को सर्व कर्मचारी संघ प्रदेश स्तरीय बड़े आंदोलन का एलान कर देगा। रोहतक में इसकी रणनीति बनाने के लिए 25 को ही राज्य कार्यकारिणी की बैठक संघ ने बुला ली है। सर्व कर्मचारी संघ के बैनर तले बुधवार को सभी जिला मुख्यालयों पर रोष प्रदर्शन किए गए। कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर 13 जुलाई तक गेस्ट के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया तो वे जिला मुख्यालयों पर 14 जुलाई को भूख हड़ताल करेंगे।
सर्व कर्मचारी संघ के महासचिव सुभाष लांबा का कहना है कि सरकार गेस्ट, कंप्यूटर टीचर्स, लैब सहायकों के साथ अन्याय कर रही है। हटाए गए गेस्ट व अन्य कर्मियों को जल्द नौकरी पर वापस लेना चाहिए। अगर नहीं लिया गया तो 14 जुलाई को सभी 21 जिला मुख्यालयों पर सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक 12 घंटे की सामूहिक भूख हड़ताल की जाएगी। सरकारी कार्यालयों में पूरा दिन कामकाज बाधित रखा जाएगा। बुधवार को भी आधा दिन सरकारी दफ्तरों में कामकाज ठप रहा। लांबा ने कहा कि महेन्द्रगढ़ में आमरण अनशन पर बैठे अनशनकारियांे की बिगड़ रही तबीयत व तेजी से घट रहे वजन पर सरकार को जल्द संज्ञान लेना चाहिए। सरकार आंदोलनरत कर्मचारियांे से बातचीत न करने की हठधर्मिता को भी जल्द छोड़े। कर्मचारियों में काफी आक्रोश है। इसी का नतीजा है कि सभी 21 जिलों में आयोजित प्रदर्शनों में सभी विभागों, बोर्ड, निगमों, नगर निगमांे, विश्वविद्यालयों के कर्मचारियों ने शामिल होकर एकजुटता का परिचय दिया है। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.