चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार को यहां कहा कि प्रदेश में सरकारी विभागों में होने वाली पचास हजार भर्तियों की पूरी प्रक्रिया लीकप्रूफ होगी। भाई-भतीजावाद किसी सूरत में नहीं चलेगा। हरियाणा लोक सेवा आयोग में नवनियुक्त सदस्य का किससे क्या संबंध है, इसका मतलब नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व सरकारों के समय अनुबंध या ठेके पर हुई भर्ती में अयोग्य लोगों को रखा गया है। हाई कोर्ट इस पर मुहर लगा चुका है। भर्ती पूरा होने से पहले ही रिजल्ट लीक हो जाया करता था। चहेतों की भर्ती के लिए लिस्ट पहुंचाई जाती थी।
उन्होंने कहा कि हरियाणा लोक सेवा आयोग व अन्य आयोग में नियुक्त सदस्यों का ध्येय सिर्फ जनता की सेवा ईमानदारी से करना होगा। सरकार ने नियुक्तियों में धांधली करनी होती तो साक्षात्कार के अंक 33 से घटाकर 12 प्रतिशत नहीं की जाती। नियुक्तियां पूरी पारदर्शिता से हों, इसलिए भर्ती के नियम काफी कड़े किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि साक्षात्कार के लिए रखे गए 12 अंक की बंदरबांट न हो, इसलिए भी आंतरिक व्यवस्था की जा रही है। किसी चयनित उम्मीदवार को पूरे 12 अंक और किसी को शून्य, ये साक्षात्कार में नहीं चलेगा।
मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में पहले योग्यता के आधार पर मेरिट लिस्ट बनाकर सीधा साक्षात्कार होता था। अब 88 प्रतिशत अंक की लिखित परीक्षा होगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पुराने योग्य अध्यापकों को भर्ती में लाभ देने के लिए ही आठ प्रतिशत अंक अनुभव के रखे हैं। सरकार की अतिथि अध्यापकों के साथ पूरी सहानुभूति है, लेकिन पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट उनकी नियुक्तियों पर प्रश्नचिह्न लगा चुका है।
पुलिस, शिक्षा व ग्रुप डी कर्मियों की सबसे अधिक भर्ती
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी विभागों की व्यवस्था सुचारू रूप से चलाने के लिए नियमित भर्ती की सख्त जरूरत है। पचास हजार भर्तियां की जानी हैं। अभी तक हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के पास 24219 पद भरने के लिए अनुमोदन आ चुके हैं। पुलिस विभाग में सात हजार पद अभी और छह हजार पहले चरण की भर्ती पूरी होने के बाद भरे जाएंगे। शिक्षा विभाग में 12620 पद भरे जाने हैं, इनमें से 8793 के लिए आवेदन मांगे जा चुके हैं। ग्रुप डी के 15 हजार पद भरे जाएंगे। इसके अलावा ग्रेड-वन व टू के पद लोक सेवा आयोग भरेगा। dj07:04
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