सोनीपत : प्रदेश सरकार की ओर से निकाली गईं पीजीटी भर्ती के लिए अभ्यर्थी निरंतर परेशानी का सामना करने को मजबूर हैं। किसी अभ्यर्थी का आवेदन स्वीकार नहीं हो रहा है तो किसी की फीस में ही घालमेल है।
वहीं काफी विद्यार्थी ऐसे हैं जो आवेदन ही नहीं कर पा रहे हैं। गुरुवार को चालान फीस अदा करने का अंतिम दिन था। इस संदर्भ में काफी युवा मिलकर शुक्रवार को सीएम विंडो पर अधिकारिक रूप से सरकार तक अपनी शिकायत पहुंचाएंगे। भावी शिक्षकों का सीधा सा आरोप है कि व्यवस्था की खामी के कारण उनके शिक्षक बनने के सपने पर पानी फिर सकता है। जिसके लिए अभी से उनमें काफी निराशा है।
कुछ इस प्रकार परेशानी में हैं युवा
1. आशीष वत्स ने बताया कि अब तक लोकप्रशासन से स्नातकोत्तर करने वाले उम्मीदवार राजनीति शास्त्र के पीजीटी पदों के लिए योग्यता पूरी करते थे, लेकिन इस बार शिक्षा विभाग की ओर से पीजीटी राजनीति शास्त्र की योग्यता से लोक प्रशासन को बाहर कर दिया है। ऑनलाइन प्रक्रिया में पीजीटी राजनीति शास्त्र के पदों के लिए केवल राजनीति शास्त्र को ही योग्यता में शामिल किया गया है।
2. पुनीत मलिक एवं मनीष मित्तल की शिकायत कमाल है। पुनीत मलिक जिन्होंने अपनी पत्नी रीना का आवेदन पत्र भरा तो सामान्य श्रेणी में उनसे फीस 500 रुपए ली। वहीं जब सामान्य श्रेणी से मनीष ने आवेदन किया तो उनसे फीस 125 ली गई। सभी फीस जमा करवाने एवं चालान अदा के बाद भी फीस के लिंक पर दोबारा फीस की डिमांड की जा रही है।
3. जिनकी आयु तो अधिक हो गई थी, लेकिन रोजगार कार्यालय में उनका नाम दर्ज था। बावजूद इसके उन्हें इस राजकीय लाभ लेने से वंचित कर दिया गया। बड़ी मिन्नतें के बाद रोजगार कार्यालय में अब अलग से फार्म दिया जा रहा है। काफी आवेदक ऐसे हैं जिन्हें इसकी सूचना देरी से मिली, इसलिए वे चाहते हैं कि आवेदन के लिए और अधिक समय दिया जाए।
4. एमडीयू की ओर से बीएड का परिणाम घोषित नहीं होने के कारण भी सैकड़ों विद्यार्थी आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। नियमानुसार आवेदन करते समय हरियाणा स्टाफ सलेक्शन बोर्ड की वेबसाइट पर परीक्षा परिणाम की कापी भी अपलोड करनी थी, लेकिन जब परिणाम ही नहीं आया तो वे उसे कैसे करें। आवेदक विकास शर्मा ने कहा कि वे काफी समय से इसकी प्रतीक्षा कर रहे थे,लेकिन उनकी सारी तैयारियों पर पानी फिर गया है। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.