कुरुक्षेत्र : राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा की जिला कार्यकारिणी के चुनाव में विनोद चौहान चौथी बार जिलाध्यक्ष बने। पहली बार संघ के इतिहास में वोटिंग हुई। इससे पहले सर्वसम्मति से जिलाध्यक्ष का चुनाव होना था।
हालांकि शनिवार को भी चुनाव से पहले पर्यवेक्षकों ने सर्व सम्मति बनाने के प्रयास किए, सहमति न बनते देख चुनाव कराने का फैसला किया गया। वहीं प्रतिद्वंदी प्रत्याशी राजपाल सिंह ने चुनाव प्रक्रिया पर अलोकतांत्रिक बताते हुए सवाल उठाया। उन्होंने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कई वोट जाली डाले गए हैं। संघ के जिलाध्यक्ष के चुनाव में विनोद चौहान व राजपाल सिंह मैदान में थे।
विरोधी को मिले सात वोट
पांच ब्लॉकों के 30 कार्यकारिणी सदस्य, निवर्तमान प्रधान व दो पर्यवेक्षकों की वोट मिलाकर कुल 33 मत थे। जिनमें से विनोद चौहान को 26 वोट मिले। जबकि राजपाल को सात मत पड़े। पर्यवेक्षक सुरेंद्र राठी व जगजीत ने मतों की गिनती कर विनोद चौहान को विजयी घोषित किया। चुनाव के बाद सर्वसम्मति से राजेश बाना को महासचिव व सुधीर ढांडा को कोषाध्यक्ष चुना गया। नवनियुक्त प्रधान विनोद चौहान ने कहा कि जिला कार्यकारिणी के अन्य सदस्यों का चुनाव 28 जनवरी को ताज पार्क में बैठक के बाद किया जाएगा।
धांधली का आरोप
सीपीएस करनाल से आए शिक्षक नरेश वर्मा का कहना है कि शुक्रवार को संघ की करनाल कार्यकारिणी का चुनाव था। जिसमें मौजूदा पर्यवेक्षक सुरेंद्र राठी व कुरुक्षेत्र के विनोद चौहान ने पर्यवेक्षक के तौर पर पहुंचे। आरोप लगाया कि पर्यवेक्षक के तौर पर इन लोगों ने चुनाव में धांधली की। करनाल के शिक्षक यहां पर्यवेक्षक से बात करने पर अड़े थे। लेकिन यहां के शिक्षकों ने पर्यवेक्षकों का बचाव करते हुआ उनकी बात नहीं होने दी। पर्यवेक्षकों ने उनकी बात को सुनने से मना कर दिया। जिसके बाद उक्त शिक्षक भड़क गए। मामले को बढ़ता देख पुलिस भी मौके पर पहुंची। किसी तरह समझा बुझाकर करनाल के शिक्षकों को वहां से भेजा गया।
अचानक बढ़ी तनातनी
रविदास धर्मशाला में संघ की जिलाध्यक्ष के चुनाव के दौरान माहौल गर्मा गया। इस दौरान करनाल के शिक्षक भी वहां पहुंच गए। उन्होंने चुनाव में मौजूद पर्यवेक्षकों पर आरोप लगाया कि गत दिवस करनाल कार्यकारिणी के चुनाव में पर्यवेक्षकों ने हारे हुए प्रत्याशी को विजयी बना दिया था। जो प्रत्याशी जीत रहा था उसे हरा दिया। बताया जाता है कि करनाल से शिक्षकों का एक गुट पर्यवेक्षकों को कुरुक्षेत्र चुनाव में घेरने की रणनीति बना कर आया था। जिसके चलते वहां शिक्षकों में आपसी तनातनी हो गई और बात धक्कामुक्की तक पहुंच गई।
संघ होगा दो फाड़ : राजपाल
प्रतिद्वंदी राजपाल सिंह का कहना है कि वे चुनाव प्रक्रिया से सहमत नहीं है। चुनाव में कई वोट फर्जी डाले गए हैं। उन्होंने कहा कि वे चुप नहीं बैठेंगे, अलग संगठन का गठन कर शिक्षकों के हितों की लड़ाई लड़ेंगे। वही नवनियुक्त जिलाध्यक्ष विनोद चौहान, सुबे सिंह सुजान आदि का कहना है कि चुनाव में किसी तरह की धांधली नहीं हुई है। चुनाव पूरी तरह से लोकतांत्रिक ढंग से कराया गया। एक भी वोट फर्जी नहीं डाला गया। db
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