चरखी दादरी : प्रदेश में योग्यता, शिक्षा व युवा क्षमता की किस कदर बेकद्री हो रही है इसका एक ज्वलंत उदाहरण है दादरी उपमंडल के गांव मकड़ाना का युवक धमेंद्र सिंह उर्फ भूरे। धमेंद्र ने न केवल खेलों में राष्ट्रीय स्तर पर हरियाणा की टीम में प्रतिनिधित्व किया है बल्कि जिला स्तर से स्टेट लेबल तक बालीवाल में कई प्रतियोगिताओं में जीत का परचम लहराया हैं। सबसे अहम बात यह है कि उसने स्कूल लेक्चरर से जेबीटी अध्यापक तक आठ बार शिक्षक पात्रता परीक्षा उर्तीण की है। इसके बावजूद भी वह बेरोजगार है तथा उसके तगमे, प्रमाण पत्र, प्रशंसा पत्र एक कोने में धूल फांक रहे है। शायद ही पूरे प्रदेश में कोई ऐसा युवक हो जिसने एक नही, दो नही बल्कि आठ शिक्षक पात्रता परीक्षाओं में बढ़िया रैंक हासिल किया हो।
ऐसे हालातों में अपनी योग्यता को सीने मे दबाए धर्मेद्र हताशा तथा निराशा के दौर से गुजर रहा है। धमेंद्र ने सन 2009 में स्कूल प्राध्यापक , राजनैतिक शास्त्र, 2011 में पुन इसी विषय में, 2009 में डीपीएड, 2011 में बीएड़ तथा इसी वर्ष पुन इसी विषय में, जेबीटी में दो बार कुल मिलाकर उसने आठ बार विभिन्न विषयों की शिक्षक पात्रता परीक्षाएं उर्तीण की है। dj
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