रेवाड़ी : 1-2 फरवरी को कड़ाके की ठंड के बीच तीन लाख से ज्यादा युवा 100 से 250 किमी दूर का सफर तय करके हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा(एचटेट) देंगे। बोर्ड ने इस बार 13 जिलों में परीक्षा केंद्र बनाए हैं, जहां 3 लाख 98 हजार 406 युवा परीक्षा देंगे।
इस बार भी स्कूल शिक्षा बोर्ड ने परीक्षा केंद्रों का बंदरबाट किया। इसके चलते झज्जर, रोहतक, मेवात, कुरुक्षेत्र, फरीदाबाद, पंचकूला व अंबाला के एक लाख युवाओं को कुछ राहत मिली है जबकि अन्य जिलों के तीन लाख युवाओं के लिए यह परीक्षा किसी सजा से कम नहीं होगी। रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, गुडग़ांव, फतेहाबाद, सिरसा, हिसार, कैथल, जींद, सोनीपत, भिवानी, गुडग़ांव समेत 15 जिलों के युवाओं को इस बार भी बोर्ड की संवेदनहीनता का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
रेवाड़ी से फतेहाबाद, हिसार या महेंद्रगढ़ से फतेहाबाद या हिसार के लिए ट्रेन तो दूर रोडवेज की सीधी सर्विस नहीं है। यह स्थिति तीन-चार जिलों में नहीं भौगोलिक क्षेत्रफल के हिसाब से अधिकांश में बनी हुई है। इनके परीक्षा केंद्र 50 से लेकर 250 किलोमीटर दूर आए हैं।
बोर्ड ने एचटेट की परीक्षा के लिए 600 रुपए फीस निर्धारित की थी। अब इन्हें पेपर देने के लिए हजारों रुपए खर्च करने होंगे।
बोर्ड के अनुसार नकलबाजी, सुरक्षा व धांधली की मिल रही शिकायतों के मद्देनजर इस बार 8 जिलों झज्जर, रोहतक, सिरसा, भिवानी, महेंद्रगढ़, मेवात, पलवल में सेंटर नहीं बनाए गए हैं। राजस्थान और पंजाब में शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र गृह जिले में ही बनाए जाते हैं। बोर्ड के अधिकारियों का तर्क है कि नजदीक परीक्षा केंद्र देने से नकल व धांधली होने की संभावना ज्यादा रहती है।
'समझ नहीं आता, चेयरमैन ने बात क्यों नहीं मानी'
शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल हैरान है कि एचटेट की परीक्षा में नजदीक केंद्र बनाने को लेकर बोर्ड के चेयरमैन केसी भारद्वाज से अनेक बार बातचीत हुईं। इसके बावजूद इतने दूर दराज केंद्र दे दिए गए। वह दुबारा चेयरमैन से बातचीत करेंगी।
एचटेट पर राजनीति शुरू
भाजपा का हमला...
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता वीर कुमार यादव ने कहा कि नौकरियों में भेदभाव, रिश्वत व भाई भतीजावाद करने वाली कांग्रेस सरकार ने अब सभी हदों को पार कर दिया है। बेरोजगार युवाओं को चारो तरफ से मारा जा रहा है। कुछ खास जिलों के युवाओं को परीक्षा केंद्र नजदीक देकर सरकार आखिर क्या साबित करना चाहती है। भाजपा इस मुद्दे को लेकर ना केवल प्रदर्शन करेगी बल्कि राज्यपाल से मिलकर आपत्ति भी दर्ज कराएगी।
देंगे धरने ...
इनेलो नेता दुष्यंत चौटाला व इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने कहा कि परीक्षा केंद्रों में भी मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भेदभाव करने में पीछे नहीं रहे। सरकार परीक्षा नहीं लाखों युवाओं को सजा दे रही है। अगर दो दिनों के भीतर युवाओं के लिए नजदीक परीक्षा केन्द्र नहीं बनाए तो जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन शुरू हो जाएगा।
सीधी बात-केसी भारद्वाज, चेयरमैन, स्कूल शिक्षा बोर्ड, भिवानी
इस बार भी एचटेट की परीक्षा केंद्र दूर दिए गए, क्या वजह है ?
यह हमारी पॉलिसी है, कंप्यूटर के आधार पर सिस्टम बनाया हुआ है।
कड़ाके की ठंड में खासकर महिलाओं की परेशानी को समझना चाहिए ?
इससे हमें सरोकार नहीं है। हम पॉलिसी के हिसाब से काम कर रहे हैं।
जब पंजाब- राजस्थान में गृह जिले में परीक्षा होती है तो हरियाणा में यह सिस्टम क्यों नहीं?
हमें पंजाब-राजस्थान से कोई लेना देना नहीं है।
पिछली बार भी लाखों युवाओं को परीक्षा देने में परेशानी आई थी ?
इसके लिए बोर्ड जिम्मेदार नहीं है।
परीक्षा केंद के नाम पर ऐसे हुई बंदरबाट db
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