**प्रदर्शन में शिक्षक व छात्रों के अलावा अन्य संगठन के लोग शामिल हुए
नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के आर्ट फैकल्टी के समक्ष दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) ने विरोध प्रदर्शन किया। इसमें शिक्षक व छात्रों के अलावा अन्य संगठनों के लोग भी शामिल हुए। डूटा अध्यक्ष नंदिता नारायण ने कहा कि हम डीयू प्रशासन की तानाशाही के खिलाफ धरना दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यहां पर सिक्योरिटी गार्डो से अधिक काम लिया जा रहा है और उनके बैठने के लिए कुर्सी तक छीन ली गई है। यही नहीं कुलपति ने एक गार्ड को इसलिए नौकरी से निकाल दिया क्योंकि उसने गेट खोलने में मामूली देर कर दी थी। डीयू को कुलपति मनमाने ढंग से चलाना चाहते हैं। इसके अलावा प्रशासन ने डूटा आफिस के नीचे वर्षो से चलने वाली चाय की दुकान को भी हटा दिया और उससे पचास हजार से अधिक रुपये ले लिया। कुलपति चार वर्षीय पाठ्यक्रम के बंटाधार के बाद अब यहां गरीब लोगों को उजाड़ रही है।
उधर, डीयू प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गार्ड की सुविधा देने वाली एजेंसी ही अपने कर्मचारियों को निर्देश देती है। इसमें डीयू प्रशासन का हस्तक्षेप नहीं है। जहां तक चाय की दुकान हटाने की बात है तो दुकान चलाने वाले व्यक्ति से नगर निगम द्वारा जारी किए गए परमिट की प्रतिलिपि मांगी थी, लेकिन वह उपलब्ध नहीं करा पाया, इसलिए हटने का निर्देश दिया गया। dj
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