उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा एक सप्ताह के अंदर प्रतिनिधि मंडल के साथ दो मुददों पर राहुल गांधी से मिल चुकी हैं। जिनमें गेस्ट टीचरों को नियमित करने की मांग और अंबाला छावनी को फ्री होल्ड करने की मांग। जिस पर राहुल गांधी ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिया था और कहा कि वे राज्य सरकार से इस बारे में बातचीत करेंगे। लेकिन मुख्यमंत्री गेस्ट टीचरों के मामले को अदालत में लंबित बताया और फ्री होल्ड के सवाल पर ज्यादा बोल नहीं सके। जिसके चलते शैलजा द्वारा राहुल गांधी के दरबार में उठाये गये दोनों मुददों की हवा निकलती दिखाई दे रही है।
सरकार को अल्टीमेटम
गेस्ट टीचर एसोसिएशन अंबाला में मुख्यमंत्री के दो टूक जवाब से गहरी निराशा है। एसोसिएशन के जिला प्रधान शशि भूषण ने कहा कि अगर इस बार उन्हें नियमित नहीं किया तो आंदोलन गंभीरता से चलेगा। फिलहाल सरकार को उनकी मांग पूरी करने के लिये 10 दिन का समय दिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य भर के गेस्ट टीचर सरकार के इस जवाब से निराश हैं।
कांग्रेस को सबक सिखायेंगे
झूठे आश्वासनों से अब काम बनने वाला नहीं है। अंबाला छावनी के पूर्व पार्षद कमल किशोर जैन, ओंकार नाथी और बिजेंद्र चौहान ने यह कहकर कांग्रेस के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है। इन सभी का कहना है कि 3 साल पहले अंबाला छावनी को फ्री होल्ड करने के लिये राज्य सरकार सर्वे करा चुकी है। अब राहुल गांधी भी इस मामले में सरकार से बात करने का भरोसा दे चुके हैं। dt
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.