करनाल : स्कूलों में मास्टर व प्राध्यापकों की कमी से कोई भी पीरियड खाली न रहे इसके लिए सरकार विशेष व्यवस्था करने जा रही है। अब सेवानिवृत्त मास्टर व लेक्चरर स्कूलों में कक्षाएं लेंगे। जनवरी माह में अस्थाई तौर पर स्कूलों में इन शिक्षकों की नियुक्त कर दी जाएगी।
राजकीय स्कूलों में विद्यार्थियों की नियमित कक्षाओं के मद्देनजर महानिदेशक मौलिक शिक्षा हरियाणा ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजकर सेवानिवृत्त अध्यापकों को नियुक्त करने के निर्देश भेजे हैं। विभाग ने इसके लिए आवेदन आमंत्रित करने के लिए विशेष प्रकार का प्रोफार्मा भी भेजा है। इस प्रोफार्मा में इच्छुक सेवानिवृत्त शिक्षकों को अपने शैक्षणिक सेवाओं के गुड रिकॉर्ड की जानकारी देनी होगी। इस रिकॉर्ड में 10 साल की सेवाओं के रिकॉर्ड के बारे में बताना होगा। आवेदन प्राप्त करना तुरंत स्वीकार कर दिए गए हैं। जिले के विभिन्न स्कूलों में शिक्षकों के तकरीबन 500 रिक्त स्थानों पर यह भर्ती होनी है।
प्रिंसिपल-हेडमास्टर भी कर सकते हैं आवेदन :
स्कूलों में पढ़ाने के लिए न केवल सेवानिवृत्त मास्टर व लेक्चरर, बल्कि प्रिंसिपल व हेडमास्टर भी आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें प्रोफार्म भरकर डीईओ कार्यालय में आवेदन करना होगा।
व्यवस्था
"महानिदेशक मौलिक शिक्षा विभाग हरियाणा की ओर से पत्र आया है, जिसमें रिक्त स्थानों पर सेवानिवृत्त मास्टर व लेक्चरर की अस्थाई नियुक्ति करनी है। जनवरी महीने में ही इनकी नियुक्तिकी जाएगी।"--डॉ. सुशील कुमार, जिला विज्ञान विशेषज्ञ, शिक्षा विभाग।
वरिष्ठता के आधार पर की जाएगी शिक्षक भर्ती
मास्टर व लेक्चरर के लिए जो भी नियुक्त की जाएगी वह वरिष्ठता के आधार के आधार पर की जाएगी। वरिष्ठ शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही उनका 10 साल का स्कूली रिकार्ड भी देखा जाएगा। वरिष्ठता के साथ जिन शिक्षकों का रिकार्ड अच्छा होगा उनको नियुक्त में वरीयता मिलेगी। सेवानिवृत शिक्षकों को पढ़ाने के लिए नियुक्ति को लेकर शपथपत्र देना होगा। यह शपथ पत्र उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए रिकार्ड को लेकर होगा। उन्हें बताना होगा कि शैक्षणिक कार्य के दौरान उन पर किसी तरह की कोई पैनल्टी अथवा कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं हुई है।
घर से 2 किमी की दूरी पर मिलेगी नियुक्ति:
शिक्षा विभाग का प्रयास रहेगा कि योग्य सेवानिवृत शिक्षकों को उनके आवास से दो किलोमीटर की दूरी पर नियुक्त दी जाए, ताकि उनको आने जाने में किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े और वे ठीक तरह से बच्चों को अपने अनुभवों को लाभ दे सकें।
यह मिलेगा मासिक मानदेय:
पीजीटी अर्थात लेक्चरर को 16,890, टीजीटी अर्थात मास्टर 14830, पीआरटी 13, 500 db
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