भिवानी : दसवीं के बाद कॅरियर संवारने की सोच रखने वाले युवाओं को स्वास्थ्य विभाग ने तगड़ा झटका दिया है। बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता के डिप्लोमा की शैक्षणिक योग्यता दसवीं कक्षा से बढ़ाकर बारहवीं कर दी गई। कला संकाय से बारहवीं करने वाले पुरुष आवेदन करने के लिए योग्य नहीं समङो जाएंगे। हालांकि महिलाओं को कला संकाय के आधार पर ही एमपीएचडब्ल्यू के योग्य माना गया है।
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा को गत 27 जनवरी को लिखे पत्र में यह जानकारी दी है। डिप्लोमा की समय अवधि भी बढ़ाकर दो साल कर दी गई हैं। सरकार ने एमपीएचडब्ल्यू मेल के पद की शैक्षणिक योग्यता 12वीं में बायोलाजी व साइंस करने का निर्णय लिया है। डिप्लोमा अवधि दो वर्ष करने के संबंध में विस्तृत तथ्यों सहित स्पष्ट प्रस्ताव बनाकर सरकार को भिजवाने का आदेश भी महा निदेशक को दिया है। सरकार के नए निर्णय के लागू होने के बाद एमपीएचडब्ल्यू करने का मन बना रहे प्रदेश के हजारों युवाओं का सपना अधर में लटक जाएगा। साथ ही प्रदेश के 78 के करीब प्राईवेट कालेजों पर भी संकट के बादल छाने का खतरा पैदा हो सकता है ये है प्रदेश में सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों की संख्या एमपीएचडब्ल्यू मेल डिप्लोमा के लिए सरकार ने रोहतक व सोनीपत में सरकारी संस्थान बनाए गए हैं। दोनों संस्थानों में 60-60 सीटों की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही 13 प्राइवेट कालेज भी पुरुषों के लिए एमपीएचडब्ल्यू का डिप्लोमा करवाते हैं। महिलाओं के लिए 8 सरकारी व 65 प्राइवेट कालेज डिप्लोमा करवाते हैं। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.