गुहला चीका : पिछले आठ वर्षों से नौकरी कर रहे अतिथि अध्यापकों ने सेवाएं नियमित करने की मांग को लेकर शहीद उधम सिंह चौक पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का पुतला फूंका। अध्यापकों ने शहर भर में प्रदर्शन करके सरकार को चेताते हुए कहा कि यदि जल्द ही अतिथि अध्यापकों को नियमित न किया गया तो इसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा। प्रदर्शनकारियों की अगवाई रूपलाल शास्त्री व सुरेश गुप्ता कर रहे थे।
इस मौके पर राजकीय अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने अतिथि अध्यापकों के आंदोलन पर शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल की टिप्पणी पर रोष प्रकट करते हुए कहा कि शिक्षा मंत्री आज सत्ता के नशे में चूर हैं, इसलिए इस प्रकार की बयानबाजी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षामंत्री अपनी कार्यप्रणाली से पूरे अध्यापक समाज का रोष झेलेंगी, जिसका पता उन्हें आने वाले विधानसभा चुनाव में लगेगा। यदि उन्हें अपनी सत्ता का ज्यादा गुरुर है तो लोकसभा चुनाव लड़कर देख लें अध्यापक उन्हें छटी का दूध याद दिलाएंगे। उन्होंने पिछले तीन दिन से आमरण अनशन पर बैठे 11 अतिथि अध्यापकों की स्थिति पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार संवेदनहीन हो चुकी है, जिस कारण यह अतिथि अध्यापकों की बात नहीं सुनती। उन्होंने बताया कि 14 फरवरी को सभी अध्यापक दिल्ली जंतर-मंतर पर पहुंचेंगे और संसद का घेराव करके अपना रोष प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने उन्हें नियमित नही किया तो आने वाले समय में संघर्ष की धार और तेज कर दी जाएगी, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी। इस अवसर पर रूपलाल शास्त्री, सुरेश गुप्ता, महेंद्र पुरी, बलविंद्र शर्मा, संदीप शर्मा, डा. रामनिवास, भगवानदास, रमेश शास्त्री, गुलशन चुघ, राजीव सैनी, रमेश सरदाना, हेमलता शर्मा, कंवलजीत कौर, कृष्णा देवी, बलविंद्र कौर, नवजोत कौर, अंजू शर्मा, कमलप्रीत कौर, सोनू बाला, ललिता छाबड़ा, इंद्रजीत शर्मा, विनोद, हेमराज जांगड़ा, संजय धीमान, राम db
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